हर कोई अपने तरीके से वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट करता है। सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि कई देशों में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है।
वैलेंटाइन डे मनाने के पीछे एक बड़ी दिलचस्प कहानी है, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
हर साल 14 फरवरी के दिन वैलेंटाइन डे मनाया जाता है। इसकी शुरूआत रोम के एक राजा क्लॉडियस के समय में हुई थी। कहा जाता है कि उस वक्त रोम में एक पादरी थे, जिनका नाम सेंट वैलेंटाइन था। उन्हीं के नाम पर वैलेंटाइन डे मनाने की शुरूआत हुई।
सेंट वैलेंटाइन हमेशा से ही दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने की बात कहते थे। पर, ये बात वहां के राजा क्लॉडियस को पसंद नहीं थी। राजा का ऐसा मानना था कि प्यार और शादी पुरुषों की शक्ति को खत्म कर देती है।
सेना के कई अधिकारियों और सैनिकों की शादी कराई। जब राजा को ये बात पता लगी तो उन्होंने 14 फरवरी 269 के दिन सेंट वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया। उनके निधन के बाद लोगों ने उनके बलिदान को सम्मान दिया और उनकी याद में वैलेंटाइन डे मनाने का फैसला किया।
राजा क्लॉडियस को पसंद नहीं थी। राजा का ऐसा मानना था कि प्यार और शादी पुरुषों की शक्ति को खत्म कर देती है। इसी के चलते राजा ने ये आदेश तक पारित कर दिया था कि, राज्य के अधिकारी और सैनिक शादी नहीं कर सकते।
वैलेंटाइन डे की ये कहानी किसी के प्यार और बलिदान को समर्पित हैं। तो आइए देर ना करते हुए आपको भी इस दिन को मनाने की वजह बताते हैं।
दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने की बात कहते थे। पर, ये बात वहां के राजा क्लॉडियस को पसंद नहीं थी। राजा का ऐसा मानना था कि प्यार और शादी पुरुषों की शक्ति को खत्म कर देती है।
पूरे वैलेंटाइन वीक लोग एक-दूसरे से प्यार का इजहार करते हैं। वहीं 14 फरवरी को इस प्यार भरे हफ्ते के आखिरी दिन वैलैेंटाइन डे मनाते हैं। हर कोई अपने तरीके से वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट करता है। सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि कई देशों में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है।