रोहित शर्मा होम ग्राउंड पर हुए फ्लॉप, फैन्स ने लगाई क्लास कर रहे ऐसी-ऐसी कमेंट

न्यूजीलैंड को पहली पारी में 235 रन पर समेटने के बाद कप्तान रोहित यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने मैदान पर उतरे। वानखेड़े के मैदान पर रोहित ने आगाज भी दमदार किया और तीन जोरदार चौके जमाए। हर किसी को लगा कि भारतीय कप्तान आज बल्ले से रंग जमाने के फुल मूड में हैं।
 

Jagruk Youth News Desk, New Delhi, Oct 29, 2024, Written By: Bhoodev Bhagalia :  रोहित शर्मा की खराब फॉर्म पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। बेंगलुरु और पुणे में फ्लॉप रहने के बाद भारतीय कप्तान अपने ही होम ग्राउंड पर भी बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके। वानखेड़े में हिटमैन की शानदार बल्लेबाजी देखने पहुंचे फैन्स को निराश होकर लौटना पड़ा। रोहित को एक जीवनदान भी मिला, लेकिन वह उसका भी फायदा नहीं उठा सके। 

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न्यूजीलैंड को पहली पारी में 235 रन पर समेटने के बाद कप्तान रोहित यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने मैदान पर उतरे। वानखेड़े के मैदान पर रोहित ने आगाज भी दमदार किया और तीन जोरदार चौके जमाए। हर किसी को लगा कि भारतीय कप्तान आज बल्ले से रंग जमाने के फुल मूड में हैं। हालांकि, पारी के सातवें ओवर में रोहित हर किसी को निराश करके पवेलियन लौट गए। मैट हेनरी के हाथ से निकली गेंद के उछाल को हिटमैन नहीं भांप सके और गेंद उनके बल्ले का भारी किनारा लेकर स्लीप फील्डर के हाथों में समां गई। रोहित 18 गेंदों में 18 रन बनाने के बाद पवेलियन लौटे।


रोहित शर्मा को 15 रन के स्कोर पर एक जीवनदान भी मिला, लेकिन वह उसका भी फायदा नहीं उठा सके। पारी के पांचवें ओवर में मैट हेनरी की गेंद पर रोहित ने पुल शॉट खेला, लेकिन वह गेंद को ठीक तरह से टाइम नहीं कर सके। रोहित का शॉट सीधे बाउंड्री लाइन पर विलियम ओरूर्के के हाथों में गया, लेकिन कीवी फील्डर भागने की वजह से बॉल को अपने हाथ में नहीं रख सका और आसान सा कैच छिटक गया। हालांकि, रोहित सिर्फ तीन रन जोड़ने के बाद आउट हो गए।

रोहित शर्मा क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में बुरी तरह से संघर्ष कर रहे हैं। हिटमैन के बल्ले से टेस्ट क्रिकेट में खेली पिछली 8 पारियों में सिर्फ 104 रन निकले हैं। इस दौरान भारतीय कप्तान महज एक बार ही पचास का आंकड़ा पार कर सके हैं। पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर रोहित सिर्फ 8 रन ही बना सके थे।

Published By:  Bhoodev Bhagalia