Bajrang Poonia :कांग्रेस जॉइन करते ही बजरंग पूनिया को बड़ी जिम्मेदारी
 

Bajrang Poonia :  ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में शामिल होने से पहले दोनों ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की।
 

Bajrang Poonia :  ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में शामिल होने से पहले दोनों ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। कांग्रेस में शामिल होने के बाद महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजरंग पूनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।

वहीं Bajrang Poonia बजरंग पूनिया ने जिम्मेदारी मिलने के बाद एक पोस्ट में लिखा कि मैं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं संकट का सामना कर रहे किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होने, उनके संघर्षों को समर्थन देने और एक समर्पित सिपाही के रूप में काम करने करने का प्रयास करूंगा। ऐसे में पूनिया को कांग्रेस में शामिल होते ही बड़ा पद देना हरियाणा चुनाव से पहले इसे एक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

बता दें कि पूनिया और विनेश पिछले साल कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने और धमकी देने के खिलाफ पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शन का प्रमुख चेहरा थे। वहीं अब कांग्रेस में शामिल होने से पहले दोनों ने रेलवे में ओएसडी स्पोर्ट्स की नौकरी भी छोड़ दी।

साक्षी मलिक बोलीं- मुझे भी ऑफर आए हैं


वहीं दोनों पहलवानों के कांग्रेस जाॅइन करने के फैसले पर साक्षी मलिक ने कहा कि यह उनका पर्सनल फैसला है। हमें त्याग करना पड़ेगा। बाकी हमारे आंदोलन को गलत रूप नहीं दिया जाए। मैं अभी भी उस पर डटकर खड़ी हूं। मेरे पास भी ऑफर आए हैं, लेकिन मैं जिससे जुड़ी हूं, उसे आखिर तक लेकर जाऊंगी। सीएम नायब सैनी ने कहा कि दोनों कांग्रेस की राजनीति का शिकार हुए हैं। हमने विनेश को सम्मान दिया।


Bajrang Poonia  को इन सीटों का दिया विकल्प


विनेश फोगाट विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। जींद की जुलाना सीट से विनेश को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। हालांकि यहां से विनेश की चचेरी बहन बबीता फोगाट को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। बजरंग पूनिया की सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप वत्स मजबूत कैंडिडेट के तौर पर चुनाव मैंदान में हैं। ऐसे में उन्हें भिवानी, बहादुरगढ़ और सोनीपत की राई सीट का विकल्प भी दिया गया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस की यह रणनीति क्या गुल खिलाती है?