CBI अधिकारी बनकर लोगों से करते थे ठगी, पुलिस ने पकड़ा गिरोहो
DSP डीएसपी ने बताया कि 23 अक्टूबर को न्यू कॉलोनी पलवल के रहने वाले अनिल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सीबीआई अधिकारी बनकर उसे मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया गया। इस दौरान 72 घंटे तक उसे डिजिटल अरेस्ट रखा गया, साथ ही जांच के बहाने 88 लाख रुपये उसके खाते से ट्रांसफर करवा लिए गए।
Jagruk Youth News Desk, Chandigarh ,पलवल : चीन में बैठकर भारतीयों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी के जरिए कमाई कने वाले एक चाइनीज गिरोह के हैंडलर सहित 11 आरोपियों को पलवल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 4 लग्जरी गाड़ियां और 400 मोबाइल सिम, 31 मोबाइल, 5 एटीएम कार्ड, आठ चेक बुक और 9 लाख नकद बरामद किए। आरोपी अब तक पूरे देश में 70 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके है।
पुलिस ने अलग-अलग जगह से 11 आरोपियों को किया काबू
DSP डीएसपी ने बताया कि 23 अक्टूबर को न्यू कॉलोनी पलवल के रहने वाले अनिल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सीबीआई अधिकारी बनकर उसे मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया गया। इस दौरान 72 घंटे तक उसे डिजिटल अरेस्ट रखा गया, साथ ही जांच के बहाने 88 लाख रुपये उसके खाते से ट्रांसफर करवा लिए गए।
शिकायत मिलने के बाद पलवल पुलिस ने जांच शुरू की। पलवल पुलिस जैसे-जैसे इस मामले में आगे बढ़ रही थी, वैसे ही इसके तार पूरे देश में फैलते गए। अब जांच के दौरान पलवल पुलिस ने अलग-अलग जगह से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जांच के दौरान पता चला कि यह सब लोग एक चाइनीज गिरोह के लिए काम करते हैं। इस गिरोह के मास्टरमाइंड चीन में बैठकर अपने हैंडलरो के जरिए रैकेट चला रहे थे। चीन में बैठकर भारत के लोगों का पैसा भारत के लोगों के हाथों ही लुटवाया जा रहा था। इतना ही नहीं, जांच में यह भी सामने आया है कि चाइनीज नागरिक भारत से भारतीय नागरिकों को नौकरी लगवाने के बहाने से ठगी करके कंबोडिया भेजते थे और यहां पर उन्हें ठगी करने की ट्रेनिंग दी जाती थी।
इन लोगों को ठगी करने के लिए चीन से कमांड मिलती थी। इसके बाद फोन कॉल के माध्यम से नकली सीबीआई अधिकारी या जीएसटी अधिकारी बनकर पीड़ित को जेल का भय दिखाया जाता और डर दिखाकर खाते से पैसे ट्रांसफर कराये जाते थे। पीड़ित के खाते से जो पैसे ट्रांसफर कराए जाते, वह भी फर्जी होता था और उसे केवल ठगी के लिए खोला जाता था।