देश के सिस्टम में 90 फीसदी लोगों का हिस्सा नहीं : राहुल गांधी

Rahul Gandhi In Prayagraj :प्रयागराज में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा कार्यक्रम को संबोधित किया।
 

Rahul Gandhi In Prayagraj :प्रयागराज में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी राजा महाराजा और शहंशाह वाला मॉडल अपनाना चाहते हैं। वे समझते हैं कि उनका कनेक्शन सीधे भगवान से है, लेकिन ये रॉन्ग नंबर है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर जाति जनगणना की मांग उठाई।

राहुल गांधी ने कहा कि इस वक्त 90 प्रतिशत लोग सिस्टम का हिस्सा नहीं हैं। उनके पास आवश्यक स्किल, टैलेंट हैं, लेकिन वे सिस्टम से जुड़े नहीं हैं। इसलिए वे जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर बीजेपी नेता कह रहे हैं कि जाति जनगणना के बाद एक ओबीसी सेक्शन दिया जाएगा। उनके लिए जाति जनगणना सिर्फ जनगणना नहीं है, यह एक नीति निर्धारण का आधार है। सिर्फ जाति जनगणना करना पर्याप्त नहीं है, यह समझना भी जरूरी है कि पैसों का बंटवारा कैसे हो रहा है। यह भी पता लगाना जरूरी है कि नौकरशाही, न्यायपालिका, मीडिया में ओबीसी, दलितों, श्रमिकों की भागीदारी कितनी है।


कांग्रेस सांसद ने भाजपा को माना अपना गुरु


उन्होंने कहा कि अगर मोदी जाति जनगणना नहीं करेंगे तो दूसरे प्रधानमंत्री करेंगे। वे 2004 से राजनीति में हैं। राहुल गांधी ने बीजेपी को अपना गुरु मानते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा से काफी सीखा। गंभीर नेताओं के जीवन में कभी-कभी राजनीति से आगे चीजें बढ़ जाती हैं। अगर उन्हें राजनीतिक नुकसान भी होगा तब भी वे यही मांग करेंगे।


मोची के लिए बैंक क्यों नहीं : नेता प्रतिपक्ष


राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश का सिस्टम दूसरे डायरेक्शन में चल रहा है। हुनरमंद लोग बाहर हैं। हिंदुस्तान में धन किस प्रकार बांटा जा रहा है। ओबीसी, दलित, मजदूर के हाथ में कितना आता है। बड़े उद्योगपतियों में कोई दलित आदिवासी नहीं है। बैंकिंग सिस्टम में पीएम मोदी ने 25 लोगों का 16 लाख करोड़ रुपये माफ किया। मोचियों के लिए बैंक क्यों नहीं हैं। 50 प्रतिशत का बैरियर उड़ाकर फेंक देंगे। पहले डेटा सामने होना चाहिए। इंस्टीट्यूट में इनकी भागीदारी क्या है। मिस इंडिया की लिस्ट में 90 प्रतिशत वाला कोई नहीं है। क्रिकेट बॉलीवुड की बात होगी, लेकिन मजदूरों और मोचियों की बात नहीं होगी।