बाबा बौख नाग देवता को देश ही नहीं विदेश एक्सपर्ट ने भी माना, इनकी कृपा से होती मनोकामना पूरी
उत्तरकाशी । Baba Bokh Naag Devta : बाबा बौख नाग पहाड़ों के देवता हैं. बाबा बौख नाग देवता का मंदिर उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित है. हर साल हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं. मान्यता है कि इस मंदिर तक नंगे पैर आकर दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है. विशेष तौर पर यहां नवविवाहित और निसंतान लोग दर्शन के लिए आते हैं.
मान्यता है कि ऐसा करने से उन्हें संतान की प्राप्ति होती है. यहां पर हर साल एक मेला भी लगता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और बाबा बौख नाग के आगे अपनी अर्जी लगाते हैं. जब से उत्तरकाशी का यह सुरंग हादसा हुआ है, तब से यहां लगातार पूजा-अर्चना की जा रही है.
बाबा बौखनाग मंदिर को लेकर ये है मान्यता
उत्तराखंड में Baba Bokh Naag Devta बाबा बौखनाग देवता को पहाड़ों का देवता माना जाता है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी Baba Bokh Naag Devta बाबा बौखनाग देवता का मंदिर स्थित है और इस स्थान पर हर साल हजारों श्रद्धालु आस्था के साथ नंगे पांव दर्शन करने के लिए जाते हैं. स्थानीय लोगों का दावा है कि सुरंग निर्माण के दौरान प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाई गई है, जिससे बाबा बौखनाग देवता नाराज हो गए हैं और ये बड़ा हादसा हो गया है. स्थानीय लोगों में यह भी मान्यता है कि जो नवविवाहित और निसंतान लोग यहां दर्शन के लिए आता है, उन्हें संतान की प्राप्ति होती है और जीवन में सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
विदेश एक्सपर्ट ने भी किए दर्शन
41 मजदूरों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही दुआओं और प्रार्थनाओं का दौर भी जारी है. स्थानीय लोगों की Baba Bokh Naag Devta बाबा बौख नाग देवता में गहरी आस्था है, लिहाजा यहां मजदूरों को बचाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है. इस बीच श्रमिकों के बचाव में मदद करने के लिए आए अंतरराष्ट्रीय सुरंग एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स ने भी बाबा बौखनाग देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना की.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी किए दर्शन
उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में 17 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव दल हरसंभव कोशिश कर रहे हैं और अब उनकी कोशिशें सफल हो रही हैं. इस बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा से करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है. शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा. आइए जानते हैं कि कौन हैं बाबा बौख नाग जी और उनका इस सुरंग से क्या संबंध है.