Cyclone Michaung Live:  जल्द ही इन राज्यों में पहुंचेगा मिचौंग चक्रवात, जानें अभी का अपडेट

मिचौंग जल्द ही एक गंभीर चक्रवात का रूप लेने वाले है। इस चक्रवात के कारण ओडिशा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बना हुआ है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। साइक्लोन मिचौंग पर आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र का कहना है,
 

मिचौंग जल्द ही एक गंभीर चक्रवात का रूप लेने वाले है। इस चक्रवात के कारण ओडिशा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बना हुआ है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। साइक्लोन मिचौंग पर आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र का कहना है, "यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान है जो चेन्नई से 90 किमी उत्तर पूर्व में है। यह आंध्र प्रदेश तट के समानांतर चलेगा। आंध्र प्रदेश में हवा की गति आज से 90-100 किमी प्रति घंटे हो जाएगी।" हमने मछुआरों को 6 दिसंबर तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी है। उत्तरी तटीय टीएन और एपी और यनम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।''


तूफान का कहर जारी


तमिलनाडु के कई इलाकों में मिचौंग का कहर जारी है। तेज हवाओं ने लोगों की हालत खराब कर रखी है।  


तेज हवाओं से पेड़ भी गिरे


थंडैयारपेट नेताजी नगर, एन्नोर हाईवे करनसननगर व दुर्गा देवी नगर के आंतरिक इलाकों में तेज हवाओं के कारण पांच से अधिक पेड़ गिर गये। निगम कर्मचारी इसका तत्काल निस्तारण कर रहे हैं। थंडैयारपेट के नेताजी नगर कार्नेसन नगर क्षेत्र में बिजली के बक्से के ऊपर एक पेड़ गिर गया और क्षेत्र में बिजली आपूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई।

तमिलनाडु की हालत खराब


भारी बारिश की चेतावनी के चलते तमिलनाडु, पुदुचेरी और आंध्रप्रदेश के कई जिलों में आज अवकाश घोषित किया गया है। प्रभावित इलाकों में फ्लाइट और ट्रेन की आवाजाही पर भी असर देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते जल भराव के हालात पैदा हो गए हैं। हालांकि ग्रेटर चेन्नई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के कर्मचारी युद्ध स्तर पर जल जमाव के हालातों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।

तट से कब टकराएगा मिचौंग ?


मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मिचौंग तूफान आज देर शाम से कल सुबह के बीच आंध्रप्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकराने वाला है। फिलहाल ये तूफान चेन्नई से तकरीबन 130 किलोमीटर दूर है जिसके चलते चेन्नई और उसके आस पास के जिलों में तेज हवाओं के साथ जबरदस्त बारिश हो रही है।

कैसे पड़ा मिचौंग नाम?


दक्षिण भारत के राज्यों में खतरा पैदा करने वाले इस चक्रवात को 'मिचौंग' नाम देने का फैसला म्यांमार की ओर से प्रस्तावित किया गया था। मिचौंग नाम  दृढ़ता और लचीलेपन को दर्शाता है।