Earthquake in Philippines: फिलीपींस में 7.6 तीव्रता का भूकंप, सुनामी की चेतावनी जारी

Earthquake in Philippines: फिलीपींस के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। तीव्रता और स्थान के आधार पर दक्षिणी फिलीपींस, इंडोनेशिया, पलाऊ और मलेशिया के कुछ हिस्सों में सुनामी लहरें आने की आशंका है।जानकारी के अनुसार, यहां 7.6 तीव्रता के भूकंप की खबर सामने आई है। इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। भूकंप रात 10:37 बजे आया, इसमें 32 किलोमीटर की गहराई मापी गई।
 

Earthquake in Philippines: फिलीपींस के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। तीव्रता और स्थान के आधार पर दक्षिणी फिलीपींस, इंडोनेशिया, पलाऊ और मलेशिया के कुछ हिस्सों में सुनामी लहरें आने की आशंका है।जानकारी के अनुसार, यहां 7.6 तीव्रता के भूकंप की खबर सामने आई है। इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। भूकंप रात 10:37 बजे आया, इसमें 32 किलोमीटर की गहराई मापी गई।

सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, तीव्रता और स्थान के आधार पर दक्षिणी फिलीपींस, इंडोनेशिया, पलाऊ और मलेशिया के कुछ हिस्सों में सुनामी लहरें आने की आशंका है। फिलीपींस की सरकारी एजेंसी ने मिंडानाओ के पूर्वी तट पर सुरिगाओ डेल सुर और दावाओ ओरिएंटल प्रांतों के निवासियों को तुरंत ऊंचे स्थानों पर चले जाने की सलाह दी है।


बता दें कि पिछले महीने 17 नवंबर को दक्षिणी मिंडानाओ क्षेत्र में 6.7 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, हताहतों की कोई रिपोर्ट नहीं थी। फिलीपींस में भूकंप आम हैं। यह ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है, जो प्रशांत महासागर के चारों ओर घूमने वाले ज्वालामुखियों की एक बेल्ट है। इसे भूकंपीय गतिविधि के लिए जाना जाता है।


फिलिपींस में भूकंप के कई वीडियो सामने आए हैं। इनमें से एक में तबाही का मंजर नजर आ रहा है। एक वीडियो में लोग मॉल के अंदर उड़ते हुए सामान से बचते हुए दिख रहे हैं। वहां अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।


एक अन्य वीडियो में चीख-पुकार मचती नजर आई है। एक और वीडियो में सामने आया कि जब लोग बैडमिंटन खेल रहे थे, तब उन्हें झटके महसूस हुए। इसके बाद छत जोरदार झटके के साथ धराशायी हो गई। गनीमत रही कि छत गिरने से पहले ही वहां खेल रहे खिलाड़ी भाग खड़े हुए। वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था।

बता दें कि सुनामी की सबसे बड़ी तबाही 26 दिसंबर 2004 को आई थी। हिंद महासागर में आई इस सुनामी के कारण 2.5 लाख लोगों की जान चली गई थी। भारत के साथ ही श्रीलंक, इंडोनेशिया और अन्य देशों के लाखों लोग मारे गए थे। सुनामी का असर मालदीव, मलेशिया और थाईलैंड पर भी हुआ था।