अमरोहा में मायावती ने जनसभा को किया संबोधित कहा महंगाई और बेरोजगारी से जनता परेशान

BSP बसपा प्रमुख ने कहा कि आजादी के बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के ही हाथ रही। कहा कि भीड़ को देखकर उन्हें विश्वास हो गया है कि इस बार भी अमरोहा से बसपा को ही जीत मिलेगी। बसपा प्रमुख ने कहा कि आजादी के बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के ही हाथ रही। लेकिन गलत मानसिकता के कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा।
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अमरोहा। बसपा प्रमुख मायावती ने अमरोहा के जोई में एक जनसभा को संबोधित किया। जनसभा के दौरान मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ रही है।उन्होंने कहा कि मौजूद सांसद ने स्थानीय मुस्लिम के साथ भी विश्वासघात किया है। लेकिन पार्टी ने इस बार उनके सम्मान में मुस्लिम उम्मीदवार को ही चुनाव में खड़ा किया है। कहा कि भीड़ को देखकर उन्हें विश्वास हो गया है कि इस बार भी अमरोहा से बसपा को ही जीत मिलेगी।


बसपा प्रमुख ने कहा कि आजादी के बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के ही हाथ रही। कहा कि भीड़ को देखकर उन्हें विश्वास हो गया है कि इस बार भी अमरोहा से बसपा को ही जीत मिलेगी। बसपा प्रमुख ने कहा कि आजादी के बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के ही हाथ रही। लेकिन गलत मानसिकता के कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा।
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उन्होंने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी में भी बड़ा अंतर है। इस चुनाव में भाजपा की गारंटी काम आने वाली नहीं है। अब जनता समझ चुकी है कि यह सब बातें हवा हवाई और कागजी गारंटी वाली है। आरोप लगा कि केंद्र सरकार बड़े पूंजीवादी लोगों को फायदा पहुंचा रही है। इसके अलावा कई मामलों में उन्हें बचाने में लगी है।
 

कांग्रेस की तरह ही भाजपी भी देश की सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। आज देश का किसान परेशान है। जब-जब बसपा की प्रदेश में सरकार बनी है। तब हमने किसानों का विशेष ध्यान रखा। उनकी फसलों का उचित दाम दिया है। भाजपा सरकार ने पूंजीवादी लोगों का ही साथ दिया।

गरीब, पिछड़े, दलितों, मुस्लिम को दरकिनार कर दिया गया है। उन तक योजनाएं नहीं पहुंच रही हैं।  कहा कि भीड़ को देखकर उन्हें विश्वास हो गया है कि इस बार भी अमरोहा से बसपा को ही जीत मिलेगी। बसपा प्रमुख ने कहा कि आजादी के बाद दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के ही हाथ रही। लेकिन गलत मानसिकता के कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा।

उन्होंने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी में भी बड़ा अंतर है। इस चुनाव में भाजपा की गारंटी काम आने वाली नहीं है। अब जनता समझ चुकी है कि यह सब बातें हवा हवाई और कागजी गारंटी वाली है। आरोप लगा कि केंद्र सरकार बड़े पूंजीवादी लोगों को फायदा पहुंचा रही है। इसके अलावा कई मामलों में उन्हें बचाने में लगी है।

कांग्रेस की तरह ही भाजपी भी देश की सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। आज देश का किसान परेशान है। जब-जब बसपा की प्रदेश में सरकार बनी है। तब हमने किसानों का विशेष ध्यान रखा। उनकी फसलों का उचित दाम दिया है। भाजपा सरकार ने पूंजीवादी लोगों का ही साथ दिया।

गरीब, पिछड़े, दलितों, मुस्लिम को दरकिनार कर दिया गया है। उन तक योजनाएं नहीं पहुंच रही हैं। इसके अलावा आरक्षण का कोटा भी अधूरा रखा गया है। सरकारी काम लगातार प्राइवेट सेक्टर को दिया जा रहा है। इस सरकार में दलितों और मुस्लिम का शोषण बंद नहीं हुआ है। गरीब लोगों की हालत ठीक नहीं है।

इनकी गलत नीतियों के चलते मध्यम वर्ग के लोग भी दुखी और परेशान हैं। देश और प्रदेश में महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ा है। सभी विरोधी पार्टियां जीतने के लिए साम-दाम, दंड और भेद के तरीके आजमाने में लगी हैं। मायावती ने कहा कि चार बार उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार के दौरान बहुत काम हुए।

अगर फिर सरकार बनाने का मौका मिलेगा तो विरोधी पार्टियों की तरह हवा हवाई काम नहीं किया जाएगा। पिछले कई सालों से भाजपा सरकार फ्री में राशन देती है लेकिन जब चुनाव होता है तो भाजपा और आरएसएस के लोग गांव-गांव जाकर इसका कर्ज उतारने को कहते हैं।

देश में लगातार महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। इससे जनता परेशान है। इन दिनों विरोधी पार्टियां कई प्रकार के लोकलुभावन घोषणा पत्र ला रहे हैं। लोगों को उनके चक्करों में नहीं पड़ना है। उन्होंने कहा कि बसपा को जिताकर काशीराम और डॉ. भीमराव आंबेडकर का अधूरा सपना पूरा करना है।