अमेरिका से भी प्रभु रामलला के लिये आया खास तोहफा, जानें

रामलला को 108 सोने के सिक्कों से बना एक खास हार पहनाया जाएगा. इसके अलावा रामलला की चरण पादुकाएं भी सोने की होंगीं. इनमें चांदी और सोने का काम किया गया है. चरण पादुकाओं का वजन करीब 1 किलो होगा. रामलला जिस सिंहासन पर विराजमान होंगे, उस पर भी सोने की परत चढ़ाने की बात सामने आई थी. ये करीब 8 फुट लंबा होगा. इसके अलावा मुकुट से लेकर तमाम तरह के जेवरात भी सोने के होंगे.

 

नई दिल्ली। प्रभु श्री राम के सोने की भी व्यवस्था की जा रही है. मध्य प्रदेश के भोपाल से रामलला के लिए तकिया-रजाई लाई गई है. भोपाल के महामाई का मंदिर पुष्पा नगर से निकली श्रीराम रजाई रथयात्रा गाजे-बाजे के साथ भगवान की धुन में नाचते-गाते सभी भक्त राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे थे. इस यात्रा में करीब 100 से अधिक लोग शामिल थे. इस यात्रा के साथ आए संदीप सोनी ने बताया कि भगवान श्री राम लला के लिए रजाई लाई गई है.


उन्होंने बताया कि रामलला के लिए लाई गई रजाई की लंबाई 6 फुट है और जबकि चौड़ाई चार फुट है. इसके साथ एक गद्दा और तकिया भी आई है. वहीं अमेरिका से भी प्रभु रामलला के लिए खास तोहफा भेजा गया है. इसमें सोने से बने अलग-अलग कई वाहन भेजे गए हैं, जिसमें गज वाहन से लेकर गरुड़ वाहन तक शामिल हैं. रामलला का स्वर्ण सिंहासन भी भेजा गया है. इसके साथ कल्पवृक्ष का स्वर्ण मॉडल भेजा है.

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 11 दिनों में करीब 25 लाख श्रद्धालुओं ने नये मंदिर में भगवान श्रीराम का दर्शन-पूजन किया और 11 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया. मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह जानकारी दी गयी. मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पिछले 11 दिनों में दान पेटियों में करीब आठ करोड़ रुपये जमा हुए हैं, जबकि चेक और ऑनलाइन के जरिए करीब 3.50 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है.

उन्होंने बताया कि भव्य मंदिर के गर्भगृह के सामने चार बड़े आकार की दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें श्रद्धालु राशि जमा कर रहे हैं. इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान राशि जमा करते हैं. उन्होंने बताया कि दान काउंटर पर मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी नियुक्त हैं, जो शाम को काउंटर बंद होने के बाद प्राप्त दान राशि का हिसाब ट्रस्ट कार्यालय में जमा करते हैं.

सबसे पहले उन दरवाजों की बात करते हैं, जिनसे होते हुए राम भक्त इस मंदिर में प्रवेश करेंगे. जानकारी के मुताबिक राम मंदिर में जो 14 दरवाजे लगे हैं, उन सभी पर सोने की मोटी परत चढ़ी होगी. लोगों को सोने से चमचमाते हुए ये दरवाजे नजर आएंगे. यानी सोने से चमकते इन द्वारों से लोगों का स्वागत होगा. ये दरवाजे अंदर से कई सालों तक चलने वाली सागौन की लकड़ी से बने हुए हैं. इनके बाहर जो कलाकारी हुई है, वो पूरी तरह से सोने की है. इन पर हाथी, शंख, चक्र और गदे जैसे चित्र बने हैं. राम मंदिर परिसर में कुल 46 दरवाजे होंगे, सोने से जड़े दरवाजे मंदिर के गर्भगृह में होंगे. 


मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक रामलला को 108 सोने के सिक्कों से बना एक खास हार पहनाया जाएगा. इसके अलावा रामलला की चरण पादुकाएं भी सोने की होंगीं. इनमें चांदी और सोने का काम किया गया है. चरण पादुकाओं का वजन करीब 1 किलो होगा. रामलला जिस सिंहासन पर विराजमान होंगे, उस पर भी सोने की परत चढ़ाने की बात सामने आई थी. ये करीब 8 फुट लंबा होगा. इसके अलावा मुकुट से लेकर तमाम तरह के जेवरात भी सोने के होंगे.


मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की जो मूर्ति स्थापित होगी, वो उनके बाल रूप की होगी. पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट ने ऐलान किया है कि वो रामलला के लिए सोने से बने धनुष और बाण भेंट करेगा. इसके अलावा देशभर से लोग अलग-अलग तरह की सोने और चांदी की चीजें राम मंदिर के लिए भेंट कर रहे हैं. 


अयोध्या में राम मंदिर करीब 1800 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. मंदिर के लिए भक्तों ने करोड़ों-अरबों रुपये का दान दिया है. बताया जा रहा है कि मंदिर बनाने के लिए कई लोगों ने सोने के सिक्के और बिस्किट तक दान दिए हैं.