पंजाब सरकार ने आंगनबाड़ी को जारी किए 46.89 करोड़ों रुपये, इतना होगा फायदा

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आई.सी.डी.एस. योजना के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नवंबर 2023 से जनवरी 2024 तक के मानदेय भुगतान के लिए 46.89 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पूरक पोषण, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, रेफरल सेवाएं, पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा और प्री-स्कूल जैसी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

 

चंडीगढ़ । पंजाब सरकार ने आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों के मामभत्ते के भुगतान के लिए 46.89 करोड़ रुपए की राशि जारी की है। यह जानकारी देते हुए पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए अपने प्रयास जारी रखेगी।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आई.सी.डी.एस. योजना के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नवंबर 2023 से जनवरी 2024 तक के मानदेय भुगतान के लिए 46.89 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पूरक पोषण, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, रेफरल सेवाएं, पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा और प्री-स्कूल जैसी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

सामाजिक सुरक्षा मंत्री ने कहा कि पठानकोट को 1.83 करोड़ रुपए, तरनतारन को 1.94 करोड़ रुपए, श्री मुक्तसर साहिब को 1.61 करोड़ रुपए, एस.बी.एस. नगर को 1.54 करोड़ रुपए, मोगा को 1.62 करोड़ रुपए, मनसा को 1.64 करोड़ रुपए, पटियाला को 3.70 करोड़ रुपए, संगरूर को 36.96 करोड़ रुपए मिलेंगे। कपूरथला 1.63 करोड़ रुपए, जालंधर को 3.08 करोड़ रुपए, होशियारपुर 4.01 करोड़ रुपए, फिरोजपुर 2.18 करोड़ रुपए, फाजिल्का 1.71 करोड़ रुपए, फतेहगढ़ साहिब 1.32 करोड़ रुपए, फरीदकोट 97.32 लाख रुपए, बठिंडा 1.73 करोड़ रुपए, बरनाला को 1.33 करोड़ रुपये, अमृतसर को 3.31 करोड़ रुपए, लुधियाना को 4.71 करोड़ रुपए, रूपनगर को 1.76 करोड़ रुपए, एस.ए.एस. नगर को 1.22 करोड़ रुपए, गुरदासपुर को 3.58 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। 

डॉ. बलजीत कौर ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार जहां राज्य की महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों और मुद्दों का भी पूरा ध्यान रख रही है।