Amroha: एआरटीओ कार्यालय में ले रहे थे रिश्वत, एंटी करप्शन की टीम दो को पकड़ा 

 

अमरोहा। मुरादाबाद एंटी करप्शन की टीम ने एआरटीओ कार्यालय के बाबू अमय कुमार उर्फ अमिया और प्राइवेट कर्मचारी शाने अली उर्फ शाने को 20 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों को अमरोहा देहात थाने में लाकर पुलिस के हवाले कर दिया। एंटी करप्शन की टीम ने ये कार्रवाई किसान नेता की शिकायत पर की है।


गिरफ्तार बाबू अमय कुमार उर्फ अमिया मूलरूप से गाजियाबाद के रहने वाले हैं। आगरा के बाद जुलाई माह में अमरोहा एआरटीओ कार्यालय में तैनाती मिली थी। जबकि प्राइवेट कर्मचारी शाने अली उर्फ शाने अमरोहा नगर की मोहल्ला खारी कुआं का रहने वाला है।


भारतीय किसान यूनियन चौहान गुट के जिला कोषाध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह डिडौली के नारंगपुर में ट्रैक्टर की एजेंसी चलाते हैं। हर साल के एआरटीओ कार्यालय से एजेंसी का रिन्यूअल होता है। इस साल एजेंसी के रिन्यूअल के लिए चौधरी राजेंद्र सिंह एआरटीओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे।

आरोप है कि बाबू अमय कुमार उर्फ अमिया और कार्यालय में तैनात प्राइवेट कर्मचारी शाने अली उर्फ शाने ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांग की। बाद में 20 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। कर्मचारियों के उत्पीड़न से परेशान होकर किसान नेता चौधरी राजेंद्र सिंह ने मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद इकाई के अधिकारियों से की।

मंगलवार की दोपहर करीब एक बजे एंटी करप्शन टीम के प्रभारी शैलेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर नवल मरवाह, विनोद कुमार, दरोगा विजय कुमार, अरुण कुमार पांडेय ने अपने सहयोगियों के साथ एआरटीओ कार्यालय की घेराबंदी कर ली।

जैसे ही किसान नेता चौधरी राजेंद्र सिंह ने प्राइवेट कर्मी शाने अली उर्फ शाने की मदद से सरकारी बाबू अमय कुमार उर्फ अमिया को 20 हजार रुपये दिए। तभी टीम ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों के होश उड़ गए।