Jagruk youth news: हुगली : पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा निवासी BSF कांस्टेबल पूर्णम कुमार साव को पाकिस्तान की हिरासत से 21 दिन बाद रिहा कर भारत लाया गया। उनकी वापसी की खबर मिलते ही पूरे परिवार और इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। पूर्णम साव को 23 अप्रैल को ड्यूटी के दौरान अनजाने में भारत-पाकिस्तान सीमा पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था। बुधवार को सुबह 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान ने उन्हें BSF को सौंपा। अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह रिहाई शांति और आपसी समझौते के तहत तय प्रोटोकॉल के अनुसार हुई।
क्या बोली जवान की पत्नी
पूर्णम साव की सुरक्षित वापसी पर उनकी पत्नी रजनी साव ने राहत की सांस ली। वे इस समय गर्भवती हैं और उन्होंने कहा कि यह समय उनके लिए बेहद कठिन था। उन्होंने भावुक होकर बताया, “हम पिछले दो सप्ताह सो नहीं सके थे, हर पल चिंता में बीता। आज हम बेहद खुश हैं। मैं केंद्र सरकार, बीएसएफ अधिकारियों और बंगाल सरकार का दिल से आभार व्यक्त करती हूं।” रजनी ने साथ ही यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तीन बार फोन पर बात कर चुकी हैं और मुश्किल समय में उनका साथ पाकर उन्हें संबल मिला।
क्या बोले BSF कांस्टेबल पूर्णम कुमार साव के पिता
जवान के पिता भोलानाथ साव ने भी बेटे की वापसी पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “मैं केंद्र और राज्य सरकार का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मेरे बेटे को सुरक्षित वापस लाने में मदद की। मैं चाहता हूं कि वह फिर से ड्यूटी पर लौटे और देश की सेवा करे।” परिवारवालों ने बताया कि जैसे ही उन्हें खबर मिली कि पूर्णम साव को छोड़ा जा रहा है, घर में पूजा-पाठ शुरू हो गया और लोग मिठाइयां बांटने लगे।
CM ममता बनर्जी ने जताई खुशी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी जवान की सुरक्षित वापसी पर खुशी जाहिर की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “पूर्णम कुमार साव की सुरक्षित वापसी की खबर से मुझे बहुत खुशी हुई। मैंने उनकी पत्नी रजनी साव से तीन बार बात की और आज भी फोन कर उन्हें बधाई दी। यह बंगाल के हर नागरिक के लिए गर्व का पल है।” उन्होंने रजनी साव और पूरे परिवार को शुभकामनाएं दीं। उधर BSF की ओर से कहा गया है कि जवान की चिकित्सीय जांच कराई जा रही है और जल्द ही उन्हें परिवार से मिलाया जाएगा। जवान की वापसी से पूरे रिसड़ा इलाके में जश्न का माहौल है।