Earthquake 2025 : भूकंप ने थाईलैंड और म्यांमार में मचाई भीषण तबाही, 26 से ज्यादा मौतों का दावा देखे Video

Myanmar And Thailand Earthquake 2025 : म्यांमार में शुक्रवार को जोरदार भूकंप के झटकों से धरती कांप उठी। ये झटके इतने जबरदस्त थे कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इन्हें महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र म्यांमार का Sagaing रहा। भूकंप के झटकों की वजह से म्यांमार के मांडलेय में इरावडी नदी पर कथित तौर पर लोकप्रिय एवा ब्रिज (Ava Bridge) ढह गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप के पहले झटके की तीव्रता 7.7 जबकि दूसरे की 7.0 रही। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार अब तक इस भीषण भूकंप में 13 लोग मारे गए हैं, जबकि अनादोलू अजांसी के अनुसार 26 लोगों की मौत हो गई है और 43 लापता हैं।

म्यांमार में भीषण तबाही का एक और VIDEO आया सामने

म्यांमार में भीषण तबाही के वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं। अब तक एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम कर रहे 90 लोग लापता हैं, जिन्हें खोजा नहीं जा सका है।

थाईलैंड के रक्षामंत्री का भूकंप पर बयान, 3 लोगों की मौत और 90 से ज्यादा लोग गायब

थाईलैंड के रक्षा मंत्री ने कहा कि भूकंप में निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढहने के स्थान पर 90 लोग लापता हैं और 3 की मौत हो गई है।

भूकंप के कारण थाईलैंड की गगनचुंबी इमारत बनी झरना
भूकंप के कारण थाईलैंड की गगनचुंबी इमारत झरने में तब्दील हो गई। इसके टॉप पर बने स्विमिंग पूल का पानी झरने की तरह इमारत की चोटी से नीचे गिरने लगा।

सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में रहा भूकंप, इमारतें कराई गईं खाली

थाईलैंड | यूएसजीएस के अनुसार आज म्यांमार के सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में रिक्टर पैमाने पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। बैंकॉक में भी झटके महसूस किए गए। इसके बाद इमारतों को खाली करा लिया गया है, इमारतों के फर्श और दीवारों पर दरारें देखी गईं हैं। परेशान लोग बाहर सड़कों पर बैठे हैं।

थाईलैंड में भूकंप के बाद अपने नागरिकों के लिए भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने थाईलैंड में भारतीय नागरिकों के लिए एक आपातकालीन नंबर +66 618819218 जारी किया है, जिसका उपयोग वे किसी भी आपात स्थिति में कर सकते हैं।

भारतीय दूतावास ने कहा कि “बैंकॉक और थाईलैंड के अन्य हिस्सों में आए शक्तिशाली भूकंप के झटकों के बाद, दूतावास थाई अधिकारियों के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। अब तक किसी भी भारतीय नागरिक से जुड़ी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है… बैंकॉक में भारतीय दूतावास और चियांग माई में वाणिज्य दूतावास के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।”

भूकंप के बाद बैंकॉक के गवर्नर का आया बयान, कहा सीमित क्षति हुई
भूकंप के बाद बैंकॉक के गवर्नर चैडचार्ट सिट्टीपंट का पहला बयान सामने आया है, उन्होंने कहा कि भूकंप से हुआ नुकसान सीमित है। गवर्नर ने कहा कि “पहले तो हमें चिंता थी कि व्यापक नुकसान होगा, लेकिन हमें रिपोर्ट मिली है कि यह सीमित है,” उन्होंने कहा। “जिस इमारत में यह घटना हुई, वह निर्माणाधीन इमारत थी, जो नाजुक है क्योंकि सिस्टम पूरे नहीं हैं। मेरा मानना ​​है कि स्थिति उतनी गंभीर नहीं है जितनी हमने शुरू में चिंता जताई थी।” उन्होंने कहा, “बैंकॉक के भवन मानक अच्छे हैं।” “मेरा मानना ​​है कि घटना से नुकसान सीमित है। घबराएँ नहीं।”

म्यांमार के भूकंप में गिरा 90 साल से अधिक पुराना ब्रिज
प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे के आसपास आए भीषण भूकंप के कारण पूरे म्यांमार में व्यापक क्षति हुई है। इस दौरान 1934 में अंग्रेजों द्वारा निर्मित ऐतिहासिक स्थल पुराना सागाइंग पुल (अवा पुल) टूटा हुआ दिखाई दे रहा है और कई इमारतें भी क्षतिग्रस्त हैं।

क्या है सागाइंग फॉल्ट…जिसकी वजह से आया भूकंप
सागाइंग (सागाइंग) फॉल्ट म्यांमार में भूकंप-प्रवण एक महत्वपूर्ण फॉल्ट है, जो मध्य म्यांमार से उत्तरी म्यांमार तक फैला हुआ है। यह फॉल्ट भारतीय और यूरेशियन प्लेटों की गति के कारण होता है, और इसके साथ-साथ स्थित शहर म्यांमार में सबसे अधिक भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में शामिल हैं।

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सागाइंग फॉल्ट म्यांमार में सबसे अधिक भूगर्भीय रूप से खतरनाक क्षेत्रों में से एक है और भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण करके और भूकंप के खतरे से बचाव के बारे में जनता को शिक्षित करके जोखिम को कम करने के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है।

म्यांमार के सेना प्रमुख घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे
फ्रांस-प्रेस (एएफपी) एजेंसी के संवाददाताओं के अनुसार म्यांमार के सेना प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग को नेपीडॉ के एक अस्पताल में पहुंचते देखा, जहां मध्य म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद घायल लोगों का इलाज किया जा रहा था। उन्होंने वहां पहुंचकर लोगों का हालचाल जाना।

म्यांमार की सेना ने मांगी अंतरराष्ट्रीय सहायता, घोषित किया देश में आपातकाल
म्यांमार की सत्ताधारी सेना ने भूकंप के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता मांगी है। इसके साथ ही देश के छह क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा की है।

भूकंप के बाद थाईलैंड में इमरजेंसी का ऐलान

भूकंप आने के बाद थाईलैंड में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है।

भारतीय वायुसेना है तैयार, आदेश का इंतजार

भारतीय वायुसेना का C 17 ग्लोबमास्टर विमान बैंकॉक और म्यांमार के लिए स्टैंडबाय पर है। सहायता के लिए उपकरण और टीम ले जाने के लिए अंतिम आदेश का इंतजार कर रहा है।

बैंकॉक में तबाही की तस्वीरें

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में निर्माणाधीन ऊंची इमारत के ढहने के स्थल से पहली तस्वीरें सामने आई हैं। कम से कम 43 निर्माण श्रमिक लापता हैं।

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