epf new interest rate 2025 : EPF पर 8.25% ब्याज दर, 7 करोड़ कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा लाभ!

JAGRUK YOUH NEWS, epf new interest rate 2025 (EPF) केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पर 8.25 प्रतिशत की ब्याज दर को मंजूरी दे दी है। यह फैसला देश के 7 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने इस ब्याज दर को बरकरार रखने का निर्णय लिया है, जो पिछले वित्त वर्ष के बराबर है। इस लेख में हम इस फैसले के सभी पहलुओं, इसके लाभ, और इससे जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

epf new interest rate 2025 : (Table of Contents)

  • ईपीएफ क्या है?
  • 8.25% ब्याज दर की मंजूरी: ताजा अपडेट
  • ईपीएफ ब्याज दर का इतिहास
  • 7 करोड़ कर्मचारियों को कैसे मिलेगा लाभ?
  • ईपीएफ ब्याज की गणना कैसे होती है?
  • ईपीएफ में योगदान और नियम
  • ईपीएफ की स्थिर ब्याज दर का महत्व
  • क्या हैं कर्मचारियों की उम्मीदें?
  • निष्कर्ष

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ क्या है?

कर्मचारी भविष्य निधि (Employees’ Provident Fund – EPF) एक ऐसी रिटायरमेंट बचत योजना है, जो कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत संचालित होती है। यह योजना कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों के योगदान से बनती है, जिसमें कर्मचारी की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते का 12% हिस्सा हर महीने जमा किया जाता है। नियोक्ता भी समान राशि का योगदान देता है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ की मुख्य विशेषताएं:

  • सुरक्षित निवेश: ईपीएफ एक सरकारी समर्थित योजना है, जो जोखिम-मुक्त और स्थिर रिटर्न प्रदान करती है।
  • ब्याज आय: जमा राशि पर हर साल ब्याज मिलता है, जो कर्मचारी के खाते में जमा होता है।
  • कर लाभ: ईपीएफ में योगदान पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।
  • पेंशन योजना: नियोक्ता के योगदान का एक हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है।

epf new interest rate 2025 : 8.25% ब्याज दर की मंजूरी: ताजा अपडेट

28 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की 237वीं बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 8.25% ब्याज दर को बरकरार रखने का फैसला लिया गया। इस फैसले को वित्त मंत्रालय ने मई 2025 में मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह दर आधिकारिक रूप से लागू हो गई।

श्रम मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, “वित्त मंत्रालय ने 8.25% ब्याज दर को स्वीकृति दे दी है, और इस संबंध में ईपीएफओ को सूचित कर दिया गया है। जल्द ही यह ब्याज 7 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के खातों में जमा किया जाएगा।”

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ ब्याज दर का इतिहास

पिछले कुछ वर्षों में ईपीएफ की ब्याज दर में उतार-चढ़ाव देखा गया है। नीचे दी गई तालिका में हाल के वर्षों की ब्याज दरों का विवरण दिया गया है:

वित्त वर्षब्याज दर (%)
2024-258.25
2023-248.25
2022-238.15
2021-228.10
2020-218.50
2019-208.50
2018-198.65
  • 2021-22 में सबसे कम दर: मार्च 2022 में, ईपीएफओ ने ब्याज दर को 8.1% तक कम कर दिया था, जो 1977-78 के बाद सबसे कम थी।
  • हालिया स्थिरता: 2023-24 और 2024-25 में ब्याज दर को 8.25% पर स्थिर रखा गया, जो कर्मचारियों के लिए एक स्थिर रिटर्न सुनिश्चित करता है।

epf new interest rate 2025 : 7 करोड़ कर्मचारियों को कैसे मिलेगा लाभ?

इस फैसले से देश भर के 7 करोड़ से अधिक सक्रिय ईपीएफ सदस्यों को लाभ मिलेगा। यह ब्याज दर न केवल कर्मचारियों की बचत को बढ़ाएगी, बल्कि उनकी रिटायरमेंट योजना को भी मजबूत करेगी।

epf new interest rate 2025 : प्रमुख लाभ:

  • आर्थिक सुरक्षा: 8.25% की ब्याज दर अन्य फिक्स्ड इनकम निवेशों की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करती है।
  • स्थिर रिटर्न: यह दर बाजार की अस्थिरता के बीच कर्मचारियों को स्थिर आय सुनिश्चित करती है।
  • बढ़ता रिटायरमेंट फंड: नियमित योगदान और ब्याज से कर्मचारियों का रिटायरमेंट फंड तेजी से बढ़ता है।
  • नए सदस्यों की वृद्धि: दिसंबर 2024 में ईपीएफओ ने 16.05 लाख नए सदस्य जोड़े, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.69% अधिक है।

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ ब्याज की गणना कैसे होती है?

ईपीएफ ब्याज की गणना मासिक आधार पर होती है, लेकिन यह सालाना जमा किया जाता है। ब्याज की गणना कर्मचारी और नियोक्ता के योगदान के कुल बैलेंस पर की जाती है।

epf new interest rate 2025 : गणना का तरीका:

  1. मासिक बैलेंस: हर महीने कर्मचारी और नियोक्ता का योगदान जोड़ा जाता है।
  2. ब्याज दर लागू: 8.25% की वार्षिक ब्याज दर को मासिक आधार पर विभाजित किया जाता है (8.25% ÷ 12 = 0.6875% प्रति माह)।
  3. चक्रवृद्धि ब्याज: ब्याज की राशि हर महीने पिछले बैलेंस पर जोड़ी जाती है।

उदाहरण:

  • मान लीजिए, किसी कर्मचारी के खाते में 5 लाख रुपये जमा हैं।
  • 8.25% की ब्याज दर से वार्षिक ब्याज = 5,00,000 × 8.25% = 41,250 रुपये।
  • यह राशि कर्मचारी के खाते में साल के अंत में जमा की जाएगी।

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ में योगदान और नियम

ईपीएफ में योगदान और नियम कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत निर्धारित होते हैं।

epf new interest rate 2025 : योगदान का विवरण:

  • कर्मचारी योगदान: कर्मचारी की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते का 12% हर महीने कटता है।
  • नियोक्ता योगदान: नियोक्ता भी 12% योगदान देता है, जिसमें से:
    • 3.67% ईपीएफ खाते में जाता है।
    • 8.33% कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है।
  • न्यूनतम सेवा लाभ: हाल ही में, ईपीएफओ ने एक वर्ष से कम सेवा में मृत्यु होने पर 50,000 रुपये का न्यूनतम जीवन बीमा लाभ शुरू किया है।

epf new interest rate 2025 : नियम:

  • निकासी: कर्मचारी कुछ शर्तों (जैसे रिटायरमेंट, बेरोजगारी, या घर खरीदने) के तहत ईपीएफ राशि निकाल सकते हैं।
  • ब्याज की समाप्ति: यदि तीन वर्ष तक खाते में कोई योगदान नहीं होता, तो ब्याज मिलना बंद हो जाता है।
  • टीडीएस कटौती: यदि पैन कार्ड अपडेट नहीं है, तो निकासी पर 20% टीडीएस कटता है।

epf new interest rate 2025 : ईपीएफ की स्थिर ब्याज दर का महत्व

8.25% की ब्याज दर को स्थिर रखने का फैसला कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह दर अन्य फिक्स्ड इनकम साधनों, जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट या सरकारी बॉन्ड, की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करती है।

epf new interest rate 2025 : स्थिरता के फायदे:

  • जोखिम-मुक्त निवेश: ईपीएफ में निवेश सरकारी गारंटी के साथ आता है, जो इसे जोखिम-मुक्त बनाता है।
  • महंगाई से राहत: बढ़ती महंगाई के बीच स्थिर ब्याज दर कर्मचारियों की बचत को सुरक्षित रखती है।
  • रिटायरमेंट प्लानिंग: नियमित ब्याज और योगदान से कर्मचारियों का रिटायरमेंट फंड मजबूत होता है।

epf new interest rate 2025 : क्या हैं कर्मचारियों की उम्मीदें?

हालांकि 8.25% की ब्याज दर को मंजूरी मिलना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन कई कर्मचारियों को ब्याज दर में वृद्धि की उम्मीद थी।

epf new interest rate 2025 : कर्मचारियों की मांग:

  • उच्च ब्याज दर: कुछ कर्मचारी 8.5% या उससे अधिक ब्याज दर की उम्मीद कर रहे थे, जैसा कि 2020-21 में था।
  • महंगाई के अनुरूप वृद्धि: बढ़ती महंगाई के कारण कर्मचारी चाहते हैं कि ब्याज दर में समय-समय पर वृद्धि हो।
  • तेजी से ब्याज जमा: कर्मचारी चाहते हैं कि ब्याज की राशि जल्द से जल्द उनके खातों में जमा हो।

निष्कर्ष

केंद्र सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ईपीएफ पर 8.25% ब्याज दर को मंजूरी देना 7 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह स्थिर ब्याज दर कर्मचारियों की रिटायरमेंट बचत को मजबूत करने में मदद करेगी और अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करेगी। हालांकि, कर्मचारियों की ब्याज दर में वृद्धि की उम्मीद पूरी नहीं हुई, फिर भी यह फैसला आर्थिक स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देता है।

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