भारत हजारों साल से ऋषि-मुनियों की पावन धरा रही है : CM नायब सिंह सैनी

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर बोलते हुए कहा कि देश की भावी पीढ़ी को आज के संदर्भ में पवित्र ग्रंथ गीता को पढ़ने, जानने और हृदय में धारण करने की निहायत जरूरत है।
 
 
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Photo Credit: jynews

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री  नायब सिंह सैनी ने आज धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान 18 हजार बच्चों के द्वारा वैश्विक गीता पाठ- अष्टादशी श्लोक कार्यक्रम में शिरकत की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गीता स्थली ज्योतिसर  में पवित्र ग्रंथ गीता की पूजा-अर्चना की।


मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी एवं गीता जयंती पर्व की शुभकामनाएं देते हुए भगवान से प्रार्थना की कि वे प्रदेशवासियों के जीवन को ज्ञान के आलोक से आलोकित करें। उन्होंने कहा कि गीता के माध्यम से भारत ने देश और काल की सीमाओं से बाहर पूरी मानवता की सेवा की है।


मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर स्थित थीम पार्क अब केशव पार्क के नाम से जाना जाएगा। साथ ही, मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र में वैश्विक गीता पाठ में भाग लेने वाले स्कूली छात्रों के लिए गुरुवार को विशेष अवकाश की भी घोषणा की।


इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री  शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, तंजानिया की पर्यटन मंत्री पिंडी चाना और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी उपस्थित रहे। 

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर बोलते हुए कहा कि देश की भावी पीढ़ी को आज के संदर्भ में पवित्र ग्रंथ गीता को पढ़ने, जानने और हृदय में धारण करने की निहायत जरूरत है।


शिवराज सिंह चौहान ने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के कर्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत हजारों साल से ऋषि-मुनियों की पावन धरा रही है और ऋषि-मुनियों ने हमेशा पूरी दुनिया की चिंता की है।

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