jaiswal-रोहित शर्मा और गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है ये खिलाड़ी यकीन नहीं तो जान रन

jaiswal-यशस्वी जायसवाल, भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा, टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रचने की कगार पर हैं। मात्र 23 वर्ष की उम्र में, उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और तकनीकी कौशल से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। वह सुनील गावस्कर के 49 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने से केवल 97 रन दूर हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड है। इसके साथ ही, वह वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ सकते हैं। इस लेख में, हम यशस्वी की इस उपलब्धि, उनकी क्रिकेट यात्रा, और उनके खेल के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

यशस्वी जायसवाल: एक उभरता सितारा

यशस्वी जायसवाल का जन्म 28 दिसंबर 2001 को उत्तर प्रदेश के भदोही में हुआ था। एक साधारण परिवार से आने वाले यशस्वी ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर क्रिकेट की दुनिया में अपनी जगह बनाई। 10 साल की उम्र में, वह मुंबई के आजाद मैदान में क्रिकेट प्रशिक्षण के लिए आए, जहां उन्होंने कठिन परिस्थितियों में जीवन बिताया। टेंट में रहने से लेकर पानीपुरी बेचने तक, उनकी कहानी प्रेरणादायक है। उनके कोच ज्वाला सिंह ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

  • प्रारंभिक जीवन: यशस्वी ने मुंबई में कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ।

  • प्रतिभा की खोज: 2015 में गाइल्स शील्ड में 319 रन की नाबाद पारी और 13 विकेट ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।

  • अंडर-19 विश्व कप: 2020 में अंडर-19 विश्व कप में सर्वाधिक रन बनाकर वह टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने।

सबसे तेज 2000 रन: रिकॉर्ड की दौड़

यशस्वी जायसवाल ने 20 टेस्ट मैचों में 1903 रन बनाए हैं और वह सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड को तोड़ने से केवल 97 रन दूर हैं। गावस्कर ने 1976 में अपने 23वें टेस्ट में 2000 रन पूरे किए थे, जबकि गौतम गंभीर ने 24 टेस्ट और राहुल द्रविड़ व वीरेंद्र सहवाग ने 25 टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी। अगर यशस्वी अपने अगले टेस्ट की पहली पारी में 97 रन बना लेते हैं, तो वह न केवल गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में सबसे तेज 2000 रन बनाने वाले भारतीय भी बन जाएंगे।

  • वर्तमान स्थिति: 20 टेस्ट में 1903 रन, औसत 50.08, 3 शतक, और 8 अर्धशतक।

  • रिकॉर्ड की दूरी: केवल 97 रन की जरूरत।

  • WTC में रिकॉर्ड: रोहित शर्मा (40 पारी) को पीछे छोड़ सकते हैं।

यशस्वी की बल्लेबाजी शैली: सहवाग से तुलना

यशस्वी की बल्लेबाजी शैली को अक्सर वीरेंद्र सहवाग से जोड़ा जाता है। दोनों ही आक्रामक सलामी बल्लेबाज हैं, जो गेंदबाजों पर हावी होने में विश्वास रखते हैं। हालांकि, यशस्वी की तकनीक और स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता उन्हें सहवाग से थोड़ा अलग बनाती है। जहां सहवाग पूरी तरह से आक्रामकता पर निर्भर थे, वहीं यशस्वी में आक्रामकता और संयम का संतुलन है।

  • आक्रामकता: यशस्वी स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हैं, जैसा सहवाग करते थे।

  • तकनीकी मजबूती: तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनकी तकनीक सहवाग से बेहतर मानी जाती है।

  • स्ट्राइक रेट: यशस्वी का टेस्ट स्ट्राइक रेट 65.55 है, जबकि सहवाग का 82.23 था।

सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड और उसका महत्व

सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट के पहले सुपरस्टार थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया। उनका 2000 रन का रिकॉर्ड 49 साल तक अटूट रहा है। यशस्वी का इस रिकॉर्ड को तोड़ना न केवल उनकी प्रतिभा को दर्शाता है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के नए युग की शुरुआत भी करता है।

  • गावस्कर की उपलब्धि: 23 टेस्ट में 2000 रन, 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ।

  • यशस्वी का अवसर: 21वें टेस्ट में रिकॉर्ड तोड़ने का मौका।

  • ऐतिहासिक महत्व: यह भारतीय क्रिकेट में पीढ़ीगत बदलाव का प्रतीक होगा।

यशस्वी की टेस्ट क्रिकेट यात्रा

यशस्वी ने 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू में 171 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इसके बाद, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2024 में दो लगातार डबल सेंचुरी बनाकर दुनिया को चौंका दिया। वह विनोद कांबली और विराट कोहली के बाद लगातार दो डबल सेंचुरी बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने।

  • डेब्यू: 171 रन, वेस्टइंडीज के खिलाफ, 2023।

  • डबल सेंचुरी: 209 और 214* रन, इंग्लैंड के खिलाफ, 2024।

  • विश्व रिकॉर्ड: एक टेस्ट पारी में 12 छक्के, वसीम अकरम के रिकॉर्ड की बराबरी।

इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन: एक नया कीर्तिमान

2024 में इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में यशस्वी ने 700 रन बनाए, जिसमें दो डबल सेंचुरी शामिल थीं। वह सुनील गावस्कर के बाद 22 साल की उम्र में एक टेस्ट सीरीज में 500 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय बने। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें विश्व क्रिकेट में एक उभरते सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया।

  • प्रमुख पारी: 209 रन (विशाखापत्तनम) और 214* रन (राजकोट)।

  • छक्कों का रिकॉर्ड: एक टेस्ट सीरीज में 20 छक्के, टेस्ट इतिहास में पहली बार।

  • औसत: इंग्लैंड के खिलाफ 10 पारियों में 90.33 का औसत।

यशस्वी का आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में योगदान

यशस्वी ने राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में भी अपनी छाप छोड़ी है। 2023 में उन्होंने 13 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक और अपने गृहनगर वानखेड़े स्टेडियम में शतक बनाया। घरेलू क्रिकेट में, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया है।

  • आईपीएल 2023: 625 रन, औसत 48.08, स्ट्राइक रेट 160 से अधिक।

  • सबसे तेज अर्धशतक: 13 गेंदों में, कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ।

  • घरेलू क्रिकेट: विजय हजारे ट्रॉफी में 203 रन की पारी।

भविष्य की संभावनाएं: यशस्वी का अगला कदम

यशस्वी की उम्र और प्रतिभा को देखते हुए, वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारे हैं। उनकी तकनीक, आक्रामकता, और अनुकूलन क्षमता उन्हें सभी प्रारूपों में एक खतरनाक बल्लेबाज बनाती है। वह न केवल टेस्ट क्रिकेट में, बल्कि टी20 और वनडे में भी भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

  • विश्व टेस्ट चैंपियनशिप: यशस्वी भारत को WTC खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

  • आईपीएल में भविष्य: राजस्थान रॉयल्स के लिए वह एक प्रमुख खिलाड़ी बने रहेंगे।

  • विराट और रोहित का उत्तराधिकारी: उनकी निरंतरता उन्हें भविष्य का कप्तान बना सकती है।

निष्कर्ष

यशस्वी जायसवाल भारतीय क्रिकेट के लिए एक अनमोल रत्न हैं। उनकी मेहनत, समर्पण, और प्रतिभा ने उन्हें कम उम्र में ही विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड को तोड़ने की उनकी क्षमता भारतीय क्रिकेट के सुनहरे भविष्य का संकेत है। जैसे-जैसे वह इंग्लैंड के खिलाफ अगले टेस्ट में 97 रन के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं, क्रिकेट प्रेमी उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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