मेरठ में पांच हत्याओं के बाद चाची ने खोले कई राज

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड निवासी नजराना ने बताया कि आसमा उसकी जेठानी थी। उसके जेठ मूल रूप से रुड़की के पुसाना गांव के रहने वाले थे। जेठ की शादी लगभग 10 वर्ष पूर्व हापुड़ निवासी आसमा से हुई थी।
 
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Photo Credit: jagruk outh News

Jagruk Youth News, मेरठ , पांच हत्याओं के बाद आज एक ही परिवार के पांच जनाजे एकसाथ उठेंगे। मृतका आसमा का भाई शफीक इस वारदात की जानकारी लगते ही बदहवास लिसाड़ीगेट पहुंचा, वहीं जांच पड़ताल में बच्चों की चाचाी ने कई नई बातें बताईं।

पांच लोगों की सामूहिक हत्या से गुरुवार देर रात क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आज एक ही परिवार के पांच जनाने घर से उठेंगे। इस हत्याकांड को बेहद ही क्रूरता से अंजाम दिया गया था। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड पर मोईन व उसके परिवार का शव बेड के अंदर पड़ा हुआ मिला।

इस दौरान घर के मुख्य दरवाजे का ताला लगा हुआ था। देवरानी नजराना ने बताया कि वह बुधवार शाम बच्चों से मिली थी। छोटी बेटी एक अलीजबा की तबीयत खराब थी। एक चिकित्सक से उपचार चल रहा था।

मूल रूप से रुड़की का रहने वाला था परिवार


लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड निवासी नजराना ने बताया कि आसमा उसकी जेठानी थी। उसके जेठ मूल रूप से रुड़की के पुसाना गांव के रहने वाले थे। जेठ की शादी लगभग 10 वर्ष पूर्व हापुड़ निवासी आसमा से हुई थी। गांव की जमीन बेचकर उन्होंने लगभग एक साल पूर्व 15 फुटा रोड पर प्लॉट लिया था। लगभग डेढ़ महीना पूर्व ही उन्होंने मकान बनाना शुरू किया था। पड़ोस में ही उनके मकान पर कुछ दिन पूर्व लेंटर डला था।

बुधवार को परिवार से मिली थी नजराना


परिवार में बड़ी बेटी नौ वर्षीय अक्शा, तीन वर्षीय अजीजा व छोटी बेटी एक वर्षीय बेटी अलीजबा थी। नजराना के अनुसार बुधवार शाम वह परिवार के पास हाल-चाल जानने के लिए गई थी और फिर लाैट आई। इस दौरान सभी बच्चे खुश नजर आ रहे थे। लगभग आधा घंटा परिवार के पास रहने के बाद वह घर आ गई थी।

अचानक घर पर ताला लगा देख ठनका माथा


गुरुवार सुबह उठी तो देखा कि मकान पर ताला लगा हुआ है। जब देर शाम तक मकान का ताला नहीं खुला तो परिजनों को चिंता हुई थी। जिसके बाद परिजनों ने छत से जाकर देखा तो घर के अंदर लाशे बिखरी हुई थी। अंदर का नजारा देखकर परिजनों के होश उड़ गए थे।
  
परिवार के 20 लोगों से पूछताछ


परिवार के शव पोस्टमार्टम पर भेजने के बाद पुलिस ने मोईन के 20 परिवार के लोगों से पूछताछ की है। मकान निर्माण के साथ-साथ मोईन ने लिसाड़ीगेट में एक प्लॉट भी खरीदा था। जिसको लेकर परिवार के बीच विवाद भी हुआ था।

पुलिस का अंदेशा कि परिवारिक विवाद में हत्या का कारण हो सकता है। देर रात पुलिस ने पांचों शव के पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। मेडिकल, लिसाड़ीगेट, लोहियानगर व नौचंदी थाना पुलिस की ड्यूटी लगा दी है।

बदहवाश पहुंचा आसमा का भाई


हापुड़ में रहने वाला आसमा का भाई शफीक भी देर रात बदहवास हालत में मौके पर पहुंचा। उसने बताया कि आसमा की यह दूसरी शादी थी। पहले पति से उसकी कोई औलाद नहीं थी। तीनों बेटियों से घर चहकता रहता था। बहन बहनोई और बच्चों के जाने का गम पहाड़ की तरह शफीक पर टूट रहा था। मौके पर मौजूद लोग हमदर्दी लिए उसे ढांढस बंधा रहे थे।

मोईन की तीसरी पत्नी थी आसमा


पुलिस के अनुसार, मोईन की तीन शादी हुई थी। करीब 15 साल पहले उसने पहली शादी जफरा नाम की लड़की से की। एक बेटी इलमा को जन्म देने के बाद जफरा की मौत हो गई। वह बीमार रहती थी। फिलहाल बेटी अपनी बुआ के साथ किठौर में रहती है।

दूसरी शादी 11 साल पहले मोईन ने नारा से की, लेकिन आए दिन के झगड़ों के बाद उसका तलाक हो गया। फिर मोईन ने आसमा से शादी की। आसमा पहले से शादीशुदा थी। उसकी पहली शादी शाहजहां कॉलोनी निवासी दीन मोहम्मद से हुई थी। मोईन और आसमा के तीन बेटियां हुईं।

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