शुभमन गिल ने रांची टेस्ट से पहले दिया बड़ा बयान,फैंस को लगा झटका

भारतीय टीम ने जब गिल को नंबर 3 की पोजीशन पर खिलाने का फैसला लिया था तो उस समय सभी की नजरें इसी पर थी कि वह खुद की तकनीक में किस तरह का बदलाव लाते हैं। गिल ने इसको लेकर भी अपने बयान में जवाब दिया कि मैं इससे पहले भी नंबर 3 और 4 की पोजीशन पर खेल चुका हूं। ये कोई ऐसी चीज नहीं थी जिसे मैं पहली बार कर रहा था इसीलिए मैंने अपनी तकनीक में अधिक कुछ बदलाव नहीं किया।
 
Shubman Gill

नई दिल्ली। भारतीय टीम के खिलाड़ी शुभमन गिल का इंग्लैंड के बल्ले से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेले गए अब तक तीन मुकाबलों में से एक में शतकीय पारी तो एक 91 रनों का स्कोर देखने को मिला है। इस सीरीज में गिल शुरुआती तीन पारियों में बलले से कोई खास प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो सके थे।


भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला 23 फरवरी से रांची के मैदान पर खेला जाएगा। अब तक इस सीरीज में खेले गए तीन मैचों में से 2 में जहां टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है, तो वहीं एक मुकाबला इंग्लैंड की टीम अपने नाम करने में कामयाब रही। इस टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में भारतीय टीम के लिए नंबर-3 की पोजीशन पर खेल रहे शुभमन गिल का बल्ला पूरी तरह से खामोश ही दिखाई दिया था, जिसमें वह पहली पारी में सिर्फ 23 रन जबकि दूसरी पारी में तो खाता भी नहीं खोल सके थे। इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी गिल सिर्फ 34 रन ही बनाने में कामयाब हो सके थे। हालांकि इस मुकाबले की दूसरी पारी में गिल ने सभी आलोचकों को जवाब देते हुए शानदार शतकीय पारी खेलने के साथ अपने फॉर्म में वापसी की। वहीं अब रांची टेस्ट मैच के शुरू होने से पहले गिल ने अपने इस खराब दौर को लेकर भी बयान दिया है।


अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाना थोड़ा मुश्किल था


शुभमन गिल को यशस्वी जायसवाल के टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के बाद से नंबर-3 की पोजीशन पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला लेकिन वह हैदराबाद टेस्ट मैच मिलाकर पिछली 11 पारियों में एक भी अर्धशतकीय पारी खेलने में कामयाब नहीं हो सके थे, ऐसे में उन्हें काफी ज्यादा आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा था। गिल ने अब इन सभी को लेकर कहा कि अपनी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाना थोड़ा मुश्किल था। जब बाहर बैठे लोग इस बारे में बात करते हैं तो मुझ पर इसका खास प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन मैंने जो उम्मीदें खुद से लगाई थी उन पर खरा नहीं उतर पाने के कारण मैं थोड़ा निराश जरूर था। आप निश्चित तौर पर खुद से कुछ उम्मीदें लगाते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे मेरी मानसिकता बदली। मैं अब भी खुद से इस तरह की उम्मीदें रखता हूं। यह इस बात से जुड़ा है कि आप उन्हें कितनी जल्दी भूल पाते हैं और अगली चुनौती के लिए कितनी जल्दी खुद को तैयार करते हैं।

मैं पहले भी नंबर 3 पर बल्लेबाजी कर चुका हूं


भारतीय टीम ने जब गिल को नंबर 3 की पोजीशन पर खिलाने का फैसला लिया था तो उस समय सभी की नजरें इसी पर थी कि वह खुद की तकनीक में किस तरह का बदलाव लाते हैं। गिल ने इसको लेकर भी अपने बयान में जवाब दिया कि मैं इससे पहले भी नंबर 3 और 4 की पोजीशन पर खेल चुका हूं। ये कोई ऐसी चीज नहीं थी जिसे मैं पहली बार कर रहा था इसीलिए मैंने अपनी तकनीक में अधिक कुछ बदलाव नहीं किया। हालांकि जब आप तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपको उस हालात के अनुसार खेलना पड़ता है। अगर एक दो विकेट जल्दी गिर गए तो आपको पारी संभालने की जिम्मेदारी को निभाना पड़ता है।

पहली पारी में अभी भी बल्ला खामोश


इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के पहले तीन मुकाबलों में शुभमन गिल के बल्ले से भले ही एक शतकीय और अर्धशतकीय पारी देखने को मिली है, लेकिन ये दोनों ही स्कोर वह टीम की दूसरी पारी में बनाने में कमयाब हुए हैं। पहली पारी में उनका बल्ला खामोश ही दिखा है, जिसमें वह एक बार तो बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए हैं। गिल अब तक इस सीरीज में 6 पारियों में 42 के औसत से 252 रन बनाने में कामयाब हुए हैं।

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