अगर हम कमज़ोर हैं तो हम अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं : मोहन भागवत
 

RSS प्रमुख ने कहा हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में जो हुआ? उसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं, लेकिन जो लोग चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे। लेकिन, उस अराजकता के कारण, हिंदुओं पर अत्याचार करने की परंपरा वहां दोहराई गई। पहली बार, हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। लेकिन, जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रकृति होगी – तब तक न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे।
 

Jagruk Youth News, 12 october 2024, नागपुर, RSS Chief Mohan Bhagwat Dussehra speech 2024 : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत विजयादशमी के मौके पर नागपुर के रेशम बाग मैदान में शस्त्र पूजन किया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने पथ संचालन किया।

सभी स्वयंसेवक पारंपरिक गणवेश में बैंड के साथ परेड निकालते हुए नजर आए। बता दें कि हर साल दशहरा पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम पर सभी की नजरें रहती हैं। इसके बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया।

स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि इजराइल का हमास के साथ जो युद्ध छिड़ा वो इतना व्यापक कैसे हुआ? इससे दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, इसकी चिंता विश्व को है। इस युद्ध में कौन-कौन झुलसेगा, इसकी सभी को चिंता है। भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जम्मू-कश्मीर में शांति पूर्ण चुनाव संपन्न हुए। दुनिया में आज भारत की साख बढ़ी है।

RSS प्रमुख ने कहा हमारे पड़ोसी बांग्लादेश में जो हुआ? उसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं, लेकिन जो लोग चिंतित हैं, वे इस पर चर्चा करेंगे। लेकिन, उस अराजकता के कारण, हिंदुओं पर अत्याचार करने की परंपरा वहां दोहराई गई। पहली बार, हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। लेकिन, जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रकृति होगी – तब तक न केवल हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे।

कमज़ोर होना एक अपराध


उन्हें पूरी दुनिया के हिंदुओं से मदद की ज़रूरत है। यह उनकी ज़रूरत है कि भारत सरकार उनकी मदद करे। कमज़ोर होना एक अपराध है। अगर हम कमज़ोर हैं, तो हम अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं। हम जहां भी हैं, हमें एकजुट और सशक्त होने की ज़रूरत है।

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा परिस्थितियां कभी चुनौतीपूर्ण होती हैं तो कभी अच्छी। मानव जीवन भौतिक रूप से पहले से अधिक खुशहाल है लेकिन हम देखते हैं कि इस खुशहाल और विकसित मानव समाज में भी कई संघर्ष जारी हैं। इजरायल और हमास के बीच जो युद्ध शुरू हुआ है – उसे लेकर सभी चिंतित हैं कि यह कितना व्यापक होगा और इसका दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

Input ANI 

Edited By  Bhoodev Bhagalia

यह भी पढ़ें- 

Public holiday : कल से लगातार तीन दिन का अवकाश, बंद रहेंगे सभी स्कूल और बैंक

अगर आपके पास भी एक से ज्यादा बैंक अकाउंट तो जानें ले RBI का नया नियम