राम मंदिर को लेकर भ्रामक जानकारी देने से बचें, सरकार ने सोशल मीडिया को दी चेतावनी

 राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई तरह की गलत जानकारी विभिन्न साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही हैं। इसको लेकर केन्द्र सरकार सख्ती बरतते हुए चेतावनी जारी की है। सरकार ने सभी मीडिया आउटलेट्स,सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी, भ्रामक सामग्री प्रकाशित करने से सचेत किया है।
 
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राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई तरह की गलत जानकारी विभिन्न साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही हैं।

सरकार ने सभी मीडिया आउटलेट्स,सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी, भ्रामक सामग्री प्रकाशित करने से सचेत किया है।

टीवी चौनलों और डिजिटल मीडिया पर समाचार प्रकाशकों से ऐसी किसी भी भ्रामक या झूठी सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने से परहेज करने को कहा गया है।

नई दिल्ली। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई तरह की गलत जानकारी विभिन्न साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही हैं। इसको लेकर केन्द्र सरकार सख्ती बरतते हुए चेतावनी जारी की है। सरकार ने सभी मीडिया आउटलेट्स,सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी, भ्रामक सामग्री प्रकाशित करने से सचेत किया है।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले कई तरह की गलत जानकारी विभिन्न साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही हैं। इसको लेकर केन्द्र सरकार सख्ती बरतते हुए चेतावनी जारी की है। सरकार ने सभी मीडिया आउटलेट्स, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी, भ्रामक सामग्री प्रकाशित करने से सचेत किया है।

सूचना मंत्रालय ने दी ये सलाह

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि हाल ही में यह देखने को मिला है कि कुछ असत्यापित, उत्तेजक और भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर फैलाये जा रहे हैं। ये संदेश सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। ज्ञातव्य हो कि अयोध्या में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे।

एडवाइजरी में समाचार पत्रों, निजी सैटेलाइट टीवी चौनलों और डिजिटल मीडिया पर समाचार प्रकाशकों से ऐसी किसी भी भ्रामक या झूठी सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने से परहेज करने को कहा गया है। इसी बीच जैसे जैसे अयोध्या में बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा समारोह नजदीक आ रहा है, स्थानीय पुलिस ने भक्तों को निशाना बनाने वाले साइबर अपराधों से सावधान रहने की भी चेतावनी दी है। पुलिस अधिकारियों ने धोखाधड़ी की गतिविधियों में वृद्धि की सूचना देते हुए बताया कि साइबर अपराधियों ने नकली क्यूआर कोड, नकली प्रसाद वितरण योजनाएं और यहां तक कि राम मंदिर, अयोध्या के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहें हैं।

अयोध्या पुलिस ने नागरिकों से अज्ञात व्यक्तियों के अनचाहे अनुरोधों या संदेशों का व दान आदि देने में बिना सत्यापन के जवाब न देने का आग्रह किया है।  बता दें कि राम जन्मभूमि मंदिर में श्आरतीश् पास प्राप्त करने के लिए बुकिंग प्रक्रिया 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले दिसंबर में शुरू हुई थी। भक्तों को दिन में तीन बार सुबह (6रू30 बजे), 12 बजे व शाम 7रू 30 बजे की आरती के लिए आरती पास प्राप्त करना आवश्यक है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राम लला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी,जिसमें लक्ष्मी कांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम 22 जनवरी को अनुष्ठान करेगी। 

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिवसीय विशेष श्अनुष्ठानश् करने का निर्णय लिया था। अपने व्यस्ततम कार्यक्रमों और जिम्मेदारियों के बावजूद प्रधानमंत्री ने समारोह से जुड़े सभी अनुष्ठानों का सख्ती से पालन करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तैयार की गई भगवान राम की मूर्ति को हाल ही में मंदिर के गर्भगृह के अंदर रखा गया। घूंघट से ढकी हुई, मूर्ति की पहली तस्वीर स्थापना समारोह के दौरान सामने आई।

खबर का स्त्रोत-डीडी न्यूल

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