चंद्रशेखर आजाद ने इस सीट से किया लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान, गठबंधन को लेकर दिया बड़ा बयान

Lok Sabha Elections 2024 : भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'मैं पिछले बहुत दिन से घूम रहा हूं, जब आदमी बाजार आने के लिए मोटर साइकिल से निकलता है तो लगता है कि खेत में से काम करके आ रहा है. सड़कों का बुरा हाल है, नए कोई कॉलेज नहीं बने हैं और अस्पताल नहीं बने हैं. यहां कोई नया इंडस्ट्री प्लांट नहीं बना जिससे नौजवानों को रोजगार मिल जाता. किसानों की समस्या को कभी भी सत्र में नहीं पूछा गया. महंगाई और बेरोजगारी कमर तोड़ रही है.'
 
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Lok Sabha Elections 2024 : भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'मैं पिछले बहुत दिन से घूम रहा हूं, जब आदमी बाजार आने के लिए मोटर साइकिल से निकलता है तो लगता है कि खेत में से काम करके आ रहा है. सड़कों का बुरा हाल है, नए कोई कॉलेज नहीं बने हैं और अस्पताल नहीं बने हैं. यहां कोई नया इंडस्ट्री प्लांट नहीं बना जिससे नौजवानों को रोजगार मिल जाता. किसानों की समस्या को कभी भी सत्र में नहीं पूछा गया. महंगाई और बेरोजगारी कमर तोड़ रही है.'

चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'हमारे नगीना से चुनाव लड़ना फाइनल है. हमारे आजाद समाज पार्टी के लोग ये चाहते हैं, उन्होंने नगीना लोकसभा सीट पर 3 बार अलग-अलग लोगों को चुना है. 2009 में यहां से समाजवादी पार्टी के लोगों को मौका मिला और उनके सांसद रहे.


एक निजी मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'हमारे नगीना से चुनाव लड़ना फाइनल है. हमारे आजाद समाज पार्टी के लोग ये चाहते हैं, उन्होंने नगीना लोकसभा सीट पर 3 बार अलग-अलग लोगों को चुना है. 2009 में यहां से समाजवादी पार्टी के लोगों को मौका मिला और उनके सांसद रहे. 2014 में बीजेपी के सांसद रहे, उनको मौका मिला. 2019 में सपा, आरएलडी और बीएसपी के सांसद रहे, उनको मौका मिला.

भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'मैं पिछले बहुत दिन से घूम रहा हूं, जब आदमी बाजार आने के लिए मोटर साइकिल से निकलता है तो लगता है कि खेत में से काम करके आ रहा है. सड़कों का बुरा हाल है, नए कोई कॉलेज नहीं बने हैं और अस्पताल नहीं बने हैं. यहां कोई नया इंडस्ट्री प्लांट नहीं बना जिससे नौजवानों को रोजगार मिल जाता. किसानों की समस्या को कभी भी सत्र में नहीं पूछा गया. महंगाई और बेरोजगारी कमर तोड़ रही है.'


उन्होंने कहा, 'यहां 26 लोगों की जान गुलदार के हमले से गई है, ये मामला सदन में चर्चा में आया था. जिसके परिवार में मौत हुई वो परिवार बेबस लाचार है, लेकिन कोई अधिकारी नहीं सुन रहा. यहां के जनता की ये मांग है कि यहां से कोई आवाज राष्ट्रीय स्तर पर लोगों की समस्या को उठाए. यहां लोगों को उम्मीद है कि कोई सांसद समस्याओं के लिए सदन में बोलेगा तो सरकार उसके प्रति जवाबदेह होगी, मैं यहां से बोलता हूं तो सरकार क्यों मेरी बात सुनेगी.

 देश में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी (BJP) के खिलाफ इंडिया गठबंधन एकजुट नजर आने लगा है. कई मीडिया रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि यूपी में इस गठबंधन की कमान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के हाथ में होगी. लेकिन अब बीएसपी चीफ मायावती (Mayawati) के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी गठबंधन से खुद को अलग करते नजर आ रहे हैं. 
 

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