ciram news : प्यार में पागल मां ने अपने तीन बच्चों की ली जान, अजबी है लवस्टोरी

ciram news :  औरैया जिले में सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव ताल्हेपुर समीप सेंगुर नदी में बेरहम मां प्रियंका ने जिस तरह से अपने तीन बच्चों को मारा डाला, उसे जानकर हर कोई आश्चर्य में है।
 
rep ciram

Photo Credit:

औरैया। ciram news,एक मां ने अपने प्यार को पाने के लिये अपने तीन बच्चों की जान ले ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है। औरैया जिले में सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव ताल्हेपुर समीप सेंगुर नदी में बेरहम मां प्रियंका ने जिस तरह से अपने तीन बच्चों को मारा डाला, उसे जानकर हर कोई आश्चर्य में है। महिला ने चचेरे देवर के साथ प्रेम-प्रसंग के चलते अपने तीन मासूम बच्चों को डुबोकर मार डाला। शुक्रवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है।

प्रियंका के देवर मनीष उर्फ दीपू निवासी गांव लुहिया जनपद इटावा ने बताया कि इसी माह की 15 जून को जेठ दशहरा का त्योहार था। इसमें प्रियंका अपनी खोयला निवासी मौसी के साथ सेंगुर नदी स्नान करने गई थी। दीपू का कहना है कि उसे अब लगता है कि प्रियंका का नदी में स्नान तो एक बहाना था। दरअसल वह बच्चों को मारने के लिए जगह देखने गई थी।

पुलिस की ओर से इस पूरे मामले का ककोर मुख्यालय में खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों के डुबोकर मारे जाने की पुष्टि हुई है। मुंह से झाग आना सामान्य पाया गया है। आरोपी मां प्रियंका ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। मामले में प्रियंका व उसके साथ रह रहे चचेरे देवर आशीष से पूछताछ की गई है।


इसमें सामने आया है कि पति अवनीश की मौत के बाद से प्रियंका आशीष के संपर्क में आ गई थी। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया था। पिछले एक महीने से दोनों चार बच्चों माधव, आदित्य, मंगल व सोनू के साथ शहर के बनारसीदास मोहल्ला में रहने लगे थे। आशीष बच्चों का खर्चा नहीं उठा पा रहा था।

इसे लेकर प्रियंका व आशीष ने बच्चों की हत्या करने की साजिश की। योजना के तहत प्रियंका बच्चों को लेकर गुरुवार तड़के ताल्हेपुर समीप सेंगुर नदी पर लेकर पहुंची, जहां तीन बच्चों को डुबोकर मार डाला। चौथे, आठ साल के सोनू को भी प्रियंका ने डुबोया।


सोनू ने सूझबूझ दिखाते हुए कुछ पल को सांस थामी और बेसुध होने का बहाना कर गया। सोनू की समझदारी ने उसकी जान बचा ली। मां के दूर हटते ही सोनू तेजी से भागा, जिसे प्रियंका ने पकड़ने का भी प्रयास किया। गनीमत रही कि सोनू पकड़ में नहीं आया और ग्रामीणों के पास जा पहुंचा। इसके बाद उसने पूरा मामला खोल दिया।

साईं मंदिर आनेपुर से गुरुवार सुबह प्रियंका व आशीष को पकड़ा गया। दोनों को जेल भेजा जा रहा है। बच्चे सोनू को कोर्ट की देखरेख में चिह्नित परिजन के सुपुर्द किया जाएगा। इससे की परवरिश में किसी तरह की अव्यवस्था न हो। फिलहाल सोनू के चाचा मनीष व बुआ के साथ सोनू है। घटना के बाद सोनू सहमा हुआ है।


तीन मासूम बेटों को नदी में डुबोकर मौत देने वाली क्रूर मां की घटना में शुक्रवार रात तीनों मासूमों के शव पैतृक गांव लुहिया, इटावा लाए गए। मासूमों के शव एक साथ आते ही पूरे गांव में मातम सा छा गया। रिश्तेदार व घरवाले बेहाल रहे। शुक्रवार सुबह तीनों का अंतिम संस्कार किया गया।


जहां तक प्रियंका व आशीष के बयानों की बात है तो पकड़े जाने के बाद आशीष ने पुलिस को बताया कि वह बच्चों की देखभाल कर रहा था। उसे भी बच्चों की चिंता थी जबकि प्रियंका का कहना था कि रोजाना खाना खाने के दौरान आशीष उससे बच्चों को रास्ते से हटाने की बात करता था। खर्चा न उठा पाने को लेकर विवाद करता।


यह बात प्रियंका ने मोबाइल फोन से गुरुवार तड़के अपनी चाची गीता को भी बताई थी। इसके बाद गीता उसे खोजते हुए औरैया आईं थीं। वहीं पुलिस ने इस घटना से पहले प्रियंका के पति अवनीश की मौत के मामले में मिले मुआवजे के पांच लाख रुपये को लेकर ध्यान केंद्रित किया है। इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे पांच लाख रुपये भी वजह बन सकते हैं।

From Around the web