चक्रवाती तूफान से इन राज्यों के अगले 72 घंटे खास, बारिश को लेकर अलर्ट जारी
Cyclone Michong: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है. इस बीच चिंता बढ़ाने वाली खबर भी सामने आई है. दरअसल चक्रवाती तूफान माइचौंग को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. मौसम विभाग के मुताबिक तूफान ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है और आने वाले दो दिन में इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा.
New Delhi: Cyclone Michong: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है. इस बीच चिंता बढ़ाने वाली खबर भी सामने आई है. दरअसल चक्रवाती तूफान माइचौंग को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. मौसम विभाग के मुताबिक तूफान ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है और आने वाले दो दिन में इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा.
आईएमडी के मुताबिक दिसंबर की 3 तारीख तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान माइचौंग के बनने की चेतावनी जारी की है. यही नहीं इस चक्रवात का सोमवार यानी 4 दिसंबर तक देश के दक्षिण राज्यों में ज्यादा असर दिखाई देने लगेगा.
इन राज्यों में अगले 72 घंटे खास
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिम विक्षोभ की वजह से बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का असर दिखाई देने लगा है. इस दबाव ने अब चक्रवात का रूप ले लिया है और ये चक्रवात अब आगे बढ़ रहा है. आईएमडी के मुताबिक, 3 और 4 दिसंबर को इसका सबसे ज्यादा असर देश के कुछ राज्यों पर दिखाई देगा. इनमें तमिलनाडु, तटीय और आंतरिक आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल प्रमुख रूप से शामिल है.
जारी किया गया ऑरेंज अलर्ट
जिन राज्यों में चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिलेगा उन राज्यों के लिए आईएमडी की ओर से ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. इसके तहत इन इलाकों में अगले दो से तीन दिन तक अच्छी बारिश के आसार बने हुए हैं. यही नहीं मछुआरों को समुद्र तट से दूर रहने की सलाह भी दी गई है. लोगों को भी जब तक जरूरी ना हो तब तक घरों से बाहर ना निकलने की बात कही है.
कैसे रखा गया है चक्रवाती तूफान माइचौंग का नाम
चक्रवाती तूफानों का नाम एशियाई देशों की ओर से मिलकर रखा जाता है. माइचौंग का नाम म्यामांर ने दिया है. देश के सुझावों के आधार पर इन नामों को रखा जाता है. ये बंगाल की खाड़ी का चौथा चक्रवाती तूफान है.
क्या है चक्रवाती तूफान माइचौंग का मतलब
माइचौंग का मतलब होता है ताकतवर और लचीला. यानी ये तूफान बड़ा और कहीं भी मुड़ने जैसा साबित हो सकता है. बता दें कि इस चक्रवात के बाद हिंद महासागर में इस वर्ष यानी 2023 में आए साइक्लोन की संख्या 6 हो जाएगी.