सरेंडर करने से पहले सीएम केजरीवाल ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, लोगों से की ये भावुक अपील

In the press conference, CM Kejriwal said that 'Supreme Court had given me 21 days to campaign, 21 days are completing tomorrow. I have to surrender the day after tomorrow, I will go back to Tihar Jail. I don't know how long these people will keep me in jail this time. But my spirits are high. I am proud of going to jail to save the country from dictatorship.

 
Arvind Kejriwal

दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने  अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के लोगों से भावुक अपील की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम केजरावील ने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट ने मुझे चुनाव प्रचार करने के लिए 21 दिन की मोहलत दी थी, कल 21 दिन पूरे हो रहे हैं। परसों मुझे सरेंडर करना है, परसों मैं वापस तिहाड़ जेल चला जाऊंगा। मुझे नहीं पता ये लोग इस बार मुझे कब तक जेल में रखेंगे. लेकिन मेरे हौसले बुलंद हैं। देश को तानाशाही से बचाने के लिए जेल जा रहा हूं, इसका मुझे फक्र है।'


सीएम केजरीवाल ने कहा कि 'इन्होंने मुझे कई तरह से तोड़ने की कोशिश की, झुकाने की कोशिश की, मुझे चुप करने की कोशिश की, लेकिन ये सफल नहीं हुए। जब मैं जेल में था तो इन्होंने मुझे कई तरह से प्रताड़ित किया। इन्होंने मेरी दवाइयां रोक दीं। मैं 20 साल से डायबिटीज की मरीज हूं। पिछले 10 सालों से मुझे रोज इंसुलिन के इंजेक्शन लगते हैं, रोज मेरे पेट में 4 बार इंजेक्शन लगते हैं।

जेल में इन्होंने कई दिन तक इंसुलिन का इंजेक्शन बंद कर दिया। मेरा सुगर लेवल 300 तक पहुंच गया। पता नहीं ये लोग क्या चाहते हैं। जेल में मैं 50 दिनों तक रहा, इन 50 दिनों में मेरा 6 किलो वजन कम हुआ। जब मैं जेल गया तब मेरा वजन 70 किलो था आज 64 किलो है। जेल से छूटने के बाद भी वजन नहीं बढ़ रहा है। डॉक्टर कह रहे हैं कि ये किसी गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं। कई जांच कराने की आवश्यकता है।'


आगे उन्होंने कहा कि 'परसों मैं सरेंडर करूंगा। सरेंडर करने के लिए दोपहर में लगभग 3 बजे घर से निकलूंगा। हो सकता है कि इस बार वह मुझे और अधिक प्रताड़ित करेंगे, लेकिन मैं झुकुंगा नहीं। आप आपना खयाल रखना, जेल में मुझे आपकी बहुत चिंता रहती है। आप खुश रहेंगे तो आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा। मैं आपके बीच नहीं रहूंगा, लेकिन आपके सारे काम चलते रहेंगे। मैं चाहे जहां रहूं, दिल्ली के काम नहीं रुकने दूंगा। मोहल्ला क्लीनिक, फ्री दवाइयां, इलाज, फ्री बिजली, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, 24 घंटे बिजली सहित सारे काम चलते रहेंगे और लौट के हर मां-बहन को हर महीने 1000 रुपये देने की भी शुरूआत करूंगा।'

माता-पिता के लिए दुआ करना


उन्होंने कहा कि 'मैंने हमेशा आपके परिवार का बेटा बनकर अपना फर्ज निभाया है। आज मैं अपने परिवार के लिए आपसे कुछ मांगना चाहता हूं। मेरे माता-पिता बहुत बुजुर्ग हैं, मेरी मां बहुत बीमार रहती हैं, मुझे जेल में उनकी बहुत चिंता रहती है। मेरे पीछे मेरे माता-पिता का ध्यान रखना, उनके लिए दुआ करना, भगवान से प्रार्थना करना, दुआ में बड़ी ताकत होती है। आप मेरी मां के लिए रोज प्रार्थना करेंगे तो वो जरूर स्वस्थ रहेंगी। मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत हैं, उन्होंने जिंदगी के हर मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया है।

जब मुश्किल वक्त आता है तो पूरा परिवार एकजुट हो जाता है। आप सबने भी मुश्किल वक्त में मेरा बहुत साथ दिया है। हम सब मिकर तानाशाही से लड़ रहे हैं। देश को बचाने के लिए यदि मुझे कुछ हो जाए, यदि मेरे प्राण भी चले जाएं तो गम मत करना। आपकी प्रार्थनाओं की वजह से ही आज मैं जिंदा हूं। आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रक्षा करेगा। अंत में बस ये कहना चाहता हूं कि भगवान ने अगर चाहा तो आपका ये बेटा बहुत जल्द वापस आएगा।'

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