Farmers Protest: जींद बॉर्डर पर हुई झड़प, किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि वे किसानों को कानूनी सहायता देंगे। पंजाब और हरियाणा के किसान राजधानी जाने के लिए अड़े हुए हैं। इस बीच पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसान और पुलिस के बीच झड़प देखी गई है। मगर सवाल ये है कि इस प्रदर्शन में कौन-कौन से किसान संगठन शामिल होंगे। 

 
Farmer Protest

नई दिल्ली: Farmers Protest: आज किसानों के दिल्ली चलो मार्च के कारण सभी बॉर्डर सील हो चुके हैं. देर रात तक केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच ये बैठक चली. सरकार ने आंदोलन पर अड़े अन्नदाताओं को समझाने का हर संभव प्रयास किया, मगर 5 घंटे से अधिक चली बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची. इसके बाद किसानों ने आंदोलन का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि अब दिल्ली कूच होकर रहेगा. गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी सहित सभी सीमाओं को छावनी में तब्दील किया जाएगा.

वहीं, पुलिस ने साफ कर दिया है कि किसानों की आड़ में  उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में दखल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर बात पूरी तरह से बिगड़ गई. इसके बाद किसानों आर-पार की जंग में उतर गए. उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच होकर रहने वाला है. गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी सहित सभी सीमाओं को छावनी में बदल दिया गया है. वहीं, पुलिस ने ये साफ कर दिया है कि किसान की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं पंजाब के किसानों को बधाई देता हूं. इन्होंने तीन काले कृषि कानूनों के विरुद्ध लड़ाई आरंभ की. यह एक तय तरह से किसानों को खत्म करने की साजिश थी. इन कानूनों की मदद से खेती को चंद कारपोरेट्स के हवाले करने की कोशिश थी। मगर, बड़े आंदोलन ने किसानों को बचा लिया. आज़ादी के बाद पहली बार है कि हर किसान पर 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर टैक्स लगाया. PM फसल बीमा योजना' को प्राइवेट इश्योरेंस कंपनी की मुनाफा योजना' बनाया गया. 2016 से 2022 के बीच बीमा कंपनियों ने 40,000 करोड़ रुपये कमाए.

 किसानों को कानूनी सहायत देगी कांग्रेस 

किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि वे किसानों को कानूनी सहायता देंगे। पंजाब और हरियाणा के किसान राजधानी जाने के लिए अड़े हुए हैं। इस बीच पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसान और पुलिस के बीच झड़प देखी गई है। मगर सवाल ये है कि इस प्रदर्शन में कौन-कौन से किसान संगठन शामिल होंगे। 

शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी कर रहे पत्थरबाजी

शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प देखने को मिली. यहां पर कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे गए। इस बीच प्रदर्शनकारी किसान तितर-बितर हो गए। पंजाब-हरियाणा सीमा पर खेतो में घुस गए। यहां पर पुलिस पर पत्थरबाजी की गई.

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