Petrol-Diesel Price Cut: पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 6-8 रुपये तक होगा सस्ता!
New delhi : पेट्रोलियम मंत्रालय की पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले छह महीनों में इंडियन बास्केट में कच्चे तेल के दाम 20.61% घटे हैं। अप्रैल 2024 में यह 89.44 डॉलर प्रति बैरल थे, जो अब 71 डॉलर प्रति बैरल रह गए हैं। इसके बावजूद, पिछले 30 महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में केवल दो बार ही कटौती की गई है।
पेट्रोलियम सेक्रेटरी पंकज जैन ने गुरुवार को संकेत दिया है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें लंबे समय तक कम रहती हैं, तो ऑइल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दाम घटा सकती हैं। यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कच्चा तेल तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच चुका है, और संभावना है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर कटौती की जा सकती है। आखिरी बार 15 मार्च 2024 को लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम 2-2 रुपये प्रति लीटर कम किए गए थे। अब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी हैं, जिसके चलते दामों में और कटौती की उम्मीद की जा रही है।
तेल कंपनियों का मुनाफा और रिफाइनिंग मार्जिन
तेल कंपनियों ने रिफाइनरी मार्जिन से अच्छी कमाई की है। 2022-23 में कंपनियों ने एक बैरल तेल की रिफाइनिंग पर 18 डॉलर (9.57 रु./लीटर) का मुनाफा कमाया, जबकि 2023-24 में यह मार्जिन 6.50 रुपये प्रति लीटर रहा। अगर कंपनियां इस मार्जिन का आधा लाभ भी ग्राहकों को देती हैं, तो पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 6-8 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो सकता है।
33.58 करोड़ लोगों को फायदा, महंगाई पर लगेगी लगाम
देश में 27 करोड़ टू-व्हीलर, 58 लाख भारी वाहन और 6 करोड़ निजी वाहन हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती से इन वाहनों के मालिकों को सीधा फायदा होगा। इसके साथ ही, मालभाड़ा कम होने से वस्तुओं के दाम भी घटेंगे, जिससे महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा।
दीपावली और चुनावी गिफ्ट की उम्मीद
पिछली बार पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती मार्च 2024 में होली के मौके पर हुई थी, जिसके बाद लोकसभा चुनाव हुए थे। अब त्योहारी सीजन और चुनाव के मद्देनजर, अक्टूबर में संभावित कटौती को दीपावली और चुनावी गिफ्ट के रूप में देखा जा सकता है।
खबर का स्त्रोत-एजेंसी