UP Exit Poll Result : एग्जिट पोल में BJP और सपा को कितनी मिल रहे सीटें, जानें कुन्दरकी का हाल
UP Exit Poll Result : यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए भी मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। हालांकि एग्जिट पोल में रुझान आए हैं। रुझान नतीजों में कितने तब्दील होंगे, यह 23 नवंबर को ही पता लगेगा। एआई एग्जिट पोल के अनुसार योगी आदित्यनाथ का मैजिक यूपी में चला है। बीजेपी को सपा से 1-2 सीटें अधिक मिल सकती हैं। अखिलेश यादव की सपा को झटका लग सकता है।
Jagruk Youth News Desk, New Delhi, UP Exit Poll Result : यूपी उपचुनाव के एग्जिट पोल में फिर से बीजेपी की जीत का दावा किया गया है। Exit Poll में बीजेपी सपा से अधिक सीटें जीतेंगी, यह दावा किया गया है। महाराष्ट्र, झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भी वोटिंग खत्म हो चुकी है।
यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए भी मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। हालांकि एग्जिट पोल में रुझान आए हैं। रुझान नतीजों में कितने तब्दील होंगे, यह 23 नवंबर को ही पता लगेगा। एआई एग्जिट पोल के अनुसार योगी आदित्यनाथ का मैजिक यूपी में चला है। बीजेपी को सपा से 1-2 सीटें अधिक मिल सकती हैं। अखिलेश यादव की सपा को झटका लग सकता है।
Z News के ICPL आईसीपीएल एग्जिट पोल के अनुसार यूपी में BJP बीजेपी को अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं। बीजेपी नौ में से 4-6 सीटें हासिल करती दिख रही है। वहीं, सपा को 3-5 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि दोनों पार्टियों का दावा है कि वे सभी सीटें जीतेंगी। 2019 में बीजेपी को इन 9 सीटों में से 5 और सपा को 4 सीटें मिली थी। एग्जिट पोल के आंकड़े नतीजों में बदले तो बीजेपी को एक सीट का फायदा होगा। भाजपा ने इस चुनाव में हिंदुत्व को मुद्दा बनाया था।
एग्जिट पोल सही साबित हुए तो माना जा सकता है कि बीजेपी के कटेंगे तो बटेंगे और जुड़ेंगे तो जीतेंगे जैसे नारे लोगों के बीच काम कर गए। जी न्यूज के एग्जिट पोल के अनुसार 40 फीसदी लोगों ने जाति के आधार पर वोट देने की बात कही। 40 फीसदी लोगों ने माना के हिंदुत्व के नाम पर उन्होंने वोट दिया। वहीं, 20 फीसदी लोगों ने दोनों ही मुद्दों को सिरे से नकार दिया। लेकिन असलियत में क्या रहा? यह सब नतीजों का ऐलान होने के बाद ही तय होगा।
चुनाव के दौरान ही बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था। 55 फीसदी लोगों ने यूपी में कानून व्यवस्था को बेहतर बताया। उनकी पसंद सीएम योगी आदित्यनाथ रहे। 30 फीसदी लोगों ने अखिलेश यादव और 15 फीसदी लोगों ने मायावती की सराहना करते हुए बेहतर बताया।