संभल और असमोली में या हुसैन या हुसैन की सदाओं से गूंजीं फिजाएं
Muharram procession was taken out in Gunnaur. Apart from this, a fair was also organized in the city. In Gunnaur, the procession started from Jama Masjid and passed through Tehsil Road, the main market of the city, and ended at Mohalla Sarai.

संभल। संभल में गांव मंडी किशनदास सराय, कागजी सराय, आलम सराय, सैफ खां सराय, गिराम मूसापुर, नूरियों सराय व चौधरी सराय के ताजिये दोपहर एक बजे से निकलना शुरू हुए। शाम को अस्पताल चौराहे पर एकत्र होकर आगे बढ़े। यह ताजिये बाल विद्या मंदिर, एजेंटी तिराहा, आर्य समाज रोड़, छंगामल की कोठी, खग्गू सराय, नखासा, अंजुमन तिराहा होते हुए नखासा चौराहा पहुंचे। परियावली का ताजिया छंगामल की कोठी के पास पहुंचकर जुलूस में शामिल हुआ। इसके बाद सभी ताजिए कर्बला की ओर बढ़े।
रात नौ बजे सभी ताजिये दफन किए गए। चंदौसी में ताजिए फव्वारा चौक, राम स्वरूप रोड से संभल गेट सुनहरी मस्जिद एकत्र हुए। वहां से जुलूस चूने वाली गली, घंटाघर हुसैनी बाजार, मुरादाबाद गेट, एफआर रोड, जारई गेट चौराहे से बड़ी मस्जिद, पंजाबीयान, इमामबाड़े पर पहुंचकर मुख्य जुलूस की अगुवाई में सीकरी गेट, लक्ष्मणगंज, पुलिस चौकी, नखासा, जारई गेट चौराहे पहुंचा। वहां से पंजाबीयान का जुलूस सीधा इमामबाड़े में पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान शहर और मुल्क में अमन शांति के लिए दुआ की गई।
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ताजिए रंजों गम के साथ कर्बला पहुंचे
जुनावई/धनारी/गुन्नौर। गुन्नौर में मुहर्रम का जुलूस निकाला गया। इसके अलावा नगर में मेला भी आयोजित हुआ। गुन्नौर में जुलूस जामा मस्जिद से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य बाजार, तहसील रोड से होते हुए मोहल्ला सराय में संपन्न हुआ। वहीं, धनारी के सुल्तानगढ़, गढ़ी बिचौला और जुनावई के कादराबाद में मुहर्रम के जुलूस के साथ ताजिये निकाले गए। जुलूस में लोगों ने रंजोगम का इजहार किया। इसके बाद ताजिये कर्बला पर ले जाकर दफन किए गए। इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
असमोली : इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद जुलूस निकाला गया
जनेटा/नरौली/असमोली। गांव जनेटा में इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद जुलूस निकाला गया। इस दौरान रंजो गम के साथ या हुसैन की सादाएं बुलंद हुईं। शहीदों की याद में मरसिए पढ़े गए। जगह जगह हलवा और शरबत बांटा गया। सभी ताजिए मोहल्ला कुरैशियान स्थित बड़े इमामबाड़े पर जमा हुए। जहां से ताजियों का जुलूस दरगाह स्थित कर्बला के लिए रवाना हुआ। वहीं दूसरी ओर कस्बा नरौली में भी ताजिए गमगीन माहौल में निकाले गए। ओबरी में भी रंजोंगम के साथ जुलूस निकाला गया। कई ताजिए बेहद आकर्षक बने थे जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ दिखाई दी। मनोटा में स्थित कर्बला में असगरीपुर, मातीपुर भवालपुर माफी, खरखोदा, आजमपुर, फैजगंज, कमालपुर, नहरोली, दवोई खुर्द, दुल्हापुर बन्द उर्फ दारापुर,असगरीपुर, खरखोदा आजमपुर, भागलपुर माफी, धकतोड़ा, मातीपुर, मनौटा, रचौटा, अकबरपुर गहरा, फैजगंज, सैदपुर इम्मा, कमालपुर के ताजिये दफन किए गए।