मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सोशल मीडिया की ताकत एक बार फिर सामने आई है। एक 19 साल के युवक की इंस्टाग्राम स्टोरी ने उसकी जान बचा ली। घरवालों की डांट से आहत होकर सचिन नाम का ये युवक आत्महत्या करने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया था। लेकिन उसकी एक स्टोरी ने सबकुछ बदल दिया।
कौन है वो युवक जिसकी जान बची? (Who)
19 वर्षीय सचिन मुरादाबाद का रहने वाला है। वो मानसिक तनाव और पारिवारिक डांट से इतना परेशान हो गया था कि उसने जान देने का फैसला कर लिया। सचिन ने रेलवे ट्रैक पर जाकर खुदकुशी करने की ठान ली, लेकिन उसकी जिंदगी बच गई।
क्या हुआ था उस रात? (What)
शुक्रवार रात की बात है। सचिन घर से निकला और सीधे रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। वहां पहुंचकर उसने अपना फोन निकाला और एक वीडियो बनाया। इस वीडियो को उसने लाइव या स्टोरी के रूप में इंस्टाग्राम पर डाल दिया। ये स्टोरी देखते ही देखते वायरल हो गई। लोग इसे शेयर करने लगे और ये मुरादाबाद जीआरपी पुलिस तक पहुंच गई।
कब और कहां हुई ये घटना? (When & Where)
ये घटना मुरादाबाद जनपद के रेलवे ट्रैक क्षेत्र में हुई। समय था शुक्रवार की रात का। स्टोरी वायरल होने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और रात में ही सचिन को खोज निकाला।
क्यों पहुंचा सचिन ट्रैक पर? (Why)
सचिन घरवालों की डांट से बहुत आहत था। पारिवारिक झगड़े और मानसिक तनाव ने उसे इतना तोड़ दिया कि वो आत्महत्या करने की सोचने लगा। युवा अवस्था में छोटी-छोटी बातें भी बड़ा रूप ले लेती हैं, और सचिन के साथ यही हुआ। लेकिन अच्छी बात ये है कि समय रहते सबकुछ संभल गया।
कैसे बची सचिन की जान? (How)
जैसे ही इंस्टाग्राम स्टोरी वायरल हुई, मुरादाबाद जीआरपी को इसकी खबर लगी। थाने के प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र कुमार वशिष्ठ ने फौरन एक टीम बनाई। टीम ने स्टोरी में दिख रहे लोकेशन और अन्य क्लू से सचिन की तलाश शुरू की। पुलिस ने रेलवे ट्रैक के आसपास सर्चिंग की और समय रहते सचिन को सुरक्षित बरामद कर लिया।
जीआरपी इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार वशिष्ठ ने बताया कि स्टोरी देखकर उन्हें लगा कि मामला गंभीर है। टीम ने तुरंत एक्शन लिया और युवक को ट्रैक से दूर ले जाकर उसकी काउंसलिंग की। सचिन को उसके परिवार के हवाले कर दिया गया। परिवार वाले पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई से बहुत खुश हैं और धन्यवाद दे रहे हैं।
सोशल मीडिया की अच्छी ताकत
ये घटना बताती है कि सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि जान बचाने का जरिया भी बन सकता है। अगर सचिन की स्टोरी किसी ने नहीं देखी होती या पुलिस को खबर नहीं लगी होती, तो शायद बड़ा हादसा हो जाता। आजकल युवा तनाव में ऐसी स्टोरी डालते हैं, जो अलर्ट का काम करती हैं।
परिवार और पुलिस की सलाह
पुलिस ने सचिन के परिवार को सलाह दी है कि वो उसका ख्याल रखें और जरूरत पड़े तो काउंसलिंग कराएं। इंस्पेक्टर वशिष्ठ ने कहा, “युवाओं को तनाव में ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए। बात करके हर समस्या का हल निकल सकता है। हमारी टीम हमेशा तैयार है मदद करने के लिए।”
इस घटना के बाद इलाके में राहत की लहर है। सचिन अब सुरक्षित है और उम्मीद है कि वो जल्द ही नॉर्मल लाइफ में वापस आएगा। सोशल मीडिया पर लोग पुलिस की तारीफ कर रहे हैं कि इतनी जल्दी एक्शन लिया।
ये कहानी एक मिसाल है कि समय पर मदद कितनी जरूरी होती है। अगर आपके आसपास कोई तनाव में है, तो उससे बात करें या मदद लें। जिंदगी बहुत कीमती है!
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