Moradabad News : अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा था भाई, सगी बहन और बहनोई ने खाते से उड़ाए 1.40 करोड़

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मयंक त्रिगुण, ब्यूरो चीफ 

Crime News Moradabad: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया है। यहाँ एक बीमार भाई की लाचारी का फायदा उठाते हुए उसकी अपनी ही सगी बहन और बहनोई ने उसके बैंक खाते पर डाका डाल दिया। जब भाई अस्पताल के बेड पर मौत से जूझ रहा था, तब पीछे से बहन और बहनोई ने मिलकर 1 करोड़ 40 लाख रुपये पार कर दिए।

अस्पताल में भर्ती था भाई, बहन के पास था मोबाइल

घटना मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र की प्रीत विहार कॉलोनी की है। यहाँ के निवासी कारोबारी मनोज रस्तोगी गंभीर बीमारी के कारण दिल्ली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। मनोज ने इलाज के दौरान अपने मोबाइल फोन की जिम्मेदारी अपनी सगी बहन सीमा और बहनोई जितेश को सौंपी थी। उन्हें लगा था कि संकट की इस घड़ी में उनका परिवार ही उनका सबसे बड़ा सहारा है, लेकिन यही विश्वास उनके लिए सबसे बड़ी भूल साबित हुआ।

7 किश्तों में साफ की करोड़ों की रकम

पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, जब मनोज अस्पताल में भर्ती थे, तभी आरोपियों ने उनके फोन के डिजिटल वॉलेट और बैंकिंग एप्स का एक्सेस हासिल कर लिया।

  • साजिश का समय: 17 दिसंबर से 24 दिसंबर के बीच जब मनोज की हालत गंभीर थी, तब आरोपियों ने साजिश को अंजाम दिया।
  • ट्रांजैक्शन: उनके खाते से कुल 7 बार में बड़ी रकम निकाली गई।
  • देरी की वजह: 18 दिसंबर को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी आरोपियों ने मनोज को उनका फोन वापस नहीं किया, ताकि पैसे ट्रांसफर करने का सबूत तुरंत न मिल सके।

बैंक स्टेटमेंट देख उड़े होश: बहन के खाते में गया पैसा

25 दिसंबर को जब काफी दबाव के बाद मनोज को उनका फोन मिला और उन्होंने अपना बैंक बैलेंस चेक किया, तो उनके होश उड़ गए। उनके खाते से 1 करोड़ 40 लाख रुपये गायब थे। जब मनोज ने बैंक जाकर इस बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि यह पूरी रकम उनकी सगी बहन सीमा रस्तोगी के ही बैंक खाते में ट्रांसफर की गई है।

साइबर थाने में FIR दर्ज, पुलिस की कार्रवाई शुरू

इस बड़े विश्वासघात के बाद पीड़ित कारोबारी मनोज रस्तोगी ने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल और स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई।

  • अमानत में खयानत: पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ ‘अमानत में खयानत’ और साइबर अपराध की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
  • जांच: साइबर सेल अब ट्रांजैक्शन हिस्ट्री और फोन के आईपी एड्रेस के जरिए पुख्ता सबूत जुटा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।