winter health warnings-ठंड बढ़ते ही बच्चों-बुजुर्गों की बढ़ी टेंशन, सर्दी-जुकाम और हार्ट अटैक से ऐसे बचें डॉक्टरों ने दी ये सलाह

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मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता

winter health warningsनई दिल्ली। सर्दी का सितम अब जोर पकड़ने लगा है और दिल्ली-एनसीआर में ठंड का असर साफ दिख रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहेगा। मंगलवार को हवा में नमी 55 प्रतिशत दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। पश्चिम से उत्तर-पश्चिम दिशा से 3.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं, जिससे ठंड का अहसास और ज्यादा हो गया।

ठंड बढ़ने से क्यों बढ़ रहा है खतरा?

ठंड का ये मौसम खासतौर पर उन लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। डॉक्टरों की मानें तो बच्चों, बुजुर्गों और पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। 10 डिग्री से नीचे का तापमान शरीर पर बुरा असर डालता है और कई बीमारियों को न्योता दे सकता है।

डॉक्टर बता रहे हैं कि इस ठंड में सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, अस्थमा की समस्या, जोड़ों का दर्द और हृदय संबंधी परेशानियां तेजी से बढ़ सकती हैं। ठंडी हवा सीधे फेफड़ों पर असर डालती है, जिससे सांस के मरीजों को ज्यादा तकलीफ होती है। अगर पहले से अस्थमा या सांस की दिक्कत है तो हालत और गंभीर हो सकती है।

कौन हैं सबसे ज्यादा जोखिम में?

  • बच्चे और बुजुर्ग: उनकी इम्यूनिटी कम होती है, इसलिए वायरल इंफेक्शन जल्दी चपेट में ले लेता है।
  • पहले से बीमार लोग: हार्ट पेशेंट, डायबिटीज या सांस की बीमारी वाले मरीजों को ठंड से बचकर रहना चाहिए।
  • कमजोर इम्यून सिस्टम वाले: ठंड में शरीर की रक्षा करने की ताकत कम हो जाती है।

डॉक्टरों की सलाह है कि गर्म कपड़े पहनें, बाहर निकलते समय मुंह और नाक ढकें, गर्म चीजें पिएं और इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें जैसे फल-सब्जियां ज्यादा लें। अगर बुखार या सांस की तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

आने वाले दिनों में मौसम का हाल

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से आने वाले दिनों में हल्की हवाओं का दौर जारी रहेगा। तापमान में हल्की गिरावट संभव है। सुबह-शाम कोहरा छंट सकता है, लेकिन यात्रा करते समय सावधानी बरतें। अच्छी बात ये है कि बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि शुष्क मौसम की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है, जो सांस की बीमारियों को और भड़का सकता है।

ठंड और प्रदूषण का ये कॉम्बिनेशन फेफड़ों और दिल पर ज्यादा दबाव डालता है। इसलिए घर में रहें, मास्क लगाएं और अगर बाहर जाना जरूरी हो तो सुबह जल्दी या देर शाम से बचें।

डॉक्टरों की सलाह: ऐसे रखें खुद का ख्याल

ठंड से बचने के लिए डॉक्टर कुछ आसान टिप्स दे रहे हैं। गर्म पानी पिएं, अदरक-तुलसी की चाय लें, व्यायाम करें लेकिन बाहर नहीं। बच्चों को स्कूल भेजते समय अच्छे से ढककर भेजें। बुजुर्गों को कमरे में हीटर या गर्म कपड़े इस्तेमाल करने दें। अगर जोड़ों में दर्द या सांस फूलने की शिकायत हो तो लापरवाही न करें।

इस ठंड में लापरवाही भारी पड़ सकती है। छोटी सी सर्दी भी बड़ा रूप ले सकती है। इसलिए अभी से सतर्क हो जाएं ताकि सर्दी का मजा ले सकें बिना बीमार पड़े। मौसम विभाग और डॉक्टर दोनों यही कह रहे हैं कि अगले कुछ दिन ठंड और बढ़ेगी, तो तैयार रहें!