cheteshwar pujara : BCCI ने भारतीय क्रिकेट में पुजारा के योगदान का जिक्र किया और उन्हें भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत स्तंभ बताया। BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा का करियर दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ भाव से खेलने का शानदार उदाहरण है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट की भावना को साकार किया।
विपक्षी आक्रमण को ध्वस्त करने की उनकी क्षमता और एकाग्रता की उनकी अपार शक्ति ने उन्हें भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत स्तंभ बनाया। चेतेश्वर पुजारा, जिन्हें भारतीय टेस्ट क्रिकेट की दीवार माना जाता है, ने रविवार, 24 अगस्त 2025 को सभी फॉर्मेट्स से संन्यास की घोषणा कर दी है।
37 वर्ष की उम्र में उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन बनाए और 19 शतक जड़े। उनके संयम, तकनीक और मानसिक दृढ़ता की मिसाल देने वाले करियर ने भारतीय क्रिकेट में एक अलग पहचान बनाई। अब जब पुजारा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, तो पूरा क्रिकेट जगत उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहा है।
सचिन तेंदुलकर ने एक्स पर लिखा- पुजारा आपको तीसरे नंबर पर खेलते देखना हमेशा सुकून देने वाला रहा। हर बार आप खेलते हुए संयम, साहस और टेस्ट क्रिकेट के प्रति गहरा लगाव लेकर आए। तेंदुलकर ने कहा कि आपकी मजबूत तकनीक और दबाव में संयम टीम के लिए एक स्तंभ रहा है। ऑस्ट्रेलिया में 2018 की सीरीज में मिली जीत कई उपलब्धियों में से एक है। यह आपके अविश्वसनीय लचीलेपन और मैच में जीत दिलाने वाले रनों के बिना संभव नहीं होता।
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने राष्ट्रीय टीम के प्रति पुजारा की प्रतिबद्धता की सराहना की। युवराज ने लिखा कि ऐसा व्यक्ति जिसने हमेशा अपना मन, शरीर और आत्मा देश के लिए लगा दी। शानदार करियर के लिए बहुत-बहुत बधाई पुज्जी। फिर मिलेंगे।
पुजारा के लंबे समय तक साथी रहे अजिंक्य रहाणे ने कहा कि पुज्जी शानदार करियर के लिए बधाई। आपके साथ खेलने के हर पल का आनंद लिया और साथ में मिली विशेष टेस्ट जीत को हमेशा संजो कर रखेंगे। दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।