मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में तहसील सदर के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। ये वो खास दिन होता है जब आम लोग अपनी समस्याएं सीधे बड़े अधिकारियों तक पहुंचाते हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्दी हल निकलेगा। इस बार भी लोगों का हुजूम उमड़ा और हर कोई अपनी परेशानी लेकर आया।
जिलाधिकारी अनुज सिंह ने खुद कुर्सी संभाली और पूरे समाधान दिवस की कमान संभाली। इस दौरान राजस्व, पैमाइश, राशन वितरण, बिजली, अतिक्रमण जैसी अलग-अलग तरह की कुल 56 शिकायती चिट्ठियां मिलीं। अच्छी बात ये रही कि इनमें से 3 शिकायतों को तो मौके पर ही सुलझा दिया गया। बाकी बची शिकायतों के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि समय पर और अच्छी क्वालिटी में इनका निस्तारण करें। मतलब कोई बहाना नहीं चलेगा, जल्दी से जल्दी काम पूरा हो।
भूमि विवादों पर DM की सख्ती, राजस्व टीम को मौके पर भेजने के आदेश
भूमि विवाद तो सबसे ज्यादा सिरदर्द बनते हैं। ऐसे मामलों पर जिलाधिकारी ने साफ कहा कि राजस्व टीम तुरंत मौके पर पहुंचे और राजस्व रिकॉर्ड्स के हिसाब से पैमाइश करके विवाद खत्म करे। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। अगर कोई अधिकारी ढील बरतेगा तो उसकी खैर नहीं। लोगों की जमीन की लड़ाई जल्दी सुलझे, यही DM का फोकस रहा।
राशन कार्ड और बिजली बिल में गड़बड़ी पर कड़ा ऐक्शन
राशन वितरण की शिकायतें भी कम नहीं थीं। राशन कार्ड में नई यूनिट जोड़ना, नया कार्ड बनवाना या पुराना कैंसल कराना – इन सबमें विभाग के नियम और खाद्य सुरक्षा कानून का पालन सख्ती से हो। कोई कोताही नहीं चलेगी। बिजली विभाग वालों को भी हिदायत दी गई कि रोस्टर के मुताबिक बिजली सप्लाई हो, बीच-बीच में कटौती न हो। बिजली बिलों में अगर कोई अनियमितता है तो उसे तुरंत ठीक करें, लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं।
लोगों की रोजमर्रा की ये समस्याएं हैं, और DM ने सुनिश्चित किया कि अधिकारी इन पर फोकस करें। समाधान दिवस का मकसद ही यही है कि छोटी-छोटी परेशानियां यहीं सुलझ जाएं और लोगों को चक्कर न काटने पड़ें।
समाधान दिवस के बाद DM ने लिया भूलेख कक्ष का जायजा
संपूर्ण समाधान दिवस खत्म होने के बाद जिलाधिकारी रुके नहीं। उन्होंने तहसील परिसर में भूलेख कक्ष के नवीनीकरण कार्य को खुद देखा। जो काम तहसील प्रशासन ने कराया, उसकी तारीफ की। मतलब सुविधाएं बेहतर हो रही हैं, रिकॉर्ड्स सुरक्षित और आसानी से मिलेंगे। ये छोटी लेकिन जरूरी बातें हैं जो आम आदमी की जिंदगी आसान बनाती हैं।
पूरे कार्यक्रम में जिलाधिकारी का फोकस रहा कि शिकायतें सिर्फ सुनें नहीं, बल्कि हल करें। 56 में से 3 मौके पर सुलझीं, बाकी पर टाइम बाउंड एक्शन। अधिकारियों को क्लियर निर्देश – लापरवाही मत करो, लोगों का भरोसा बनाए रखो।
मुरादाबाद में ये समाधान दिवस लोगों के लिए उम्मीद की किरण बना। राजस्व, राशन, बिजली, जमीन – हर मुद्दे पर बात हुई और एक्शन प्लान बना। DM अनुज सिंह ने दिखाया कि प्रशासन जनता के साथ है। अगले समाधान दिवस में और ज्यादा शिकायतें सुलझें, यही उम्मीद है।