मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दिल दहला देने वाले मामले में सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर उसकी हत्या की थी। अब मेरठ पुलिस की चार्जशीट से इस क्रूर अपराध के पीछे की असली वजह सामने आई है। यह खुलासा न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्यार, नशा और महत्वाकांक्षा का खतरनाक मिश्रण कितना घातक हो सकता है। इस लेख में हम इस मामले की गहराई में जाएंगे, ताकि आपको पूरी सच्चाई पता चल सके।
एक खुशहाल जिंदगी का दुखद अंत
सौरभ राजपूत, एक 29 साल का मर्चेंट नेवी ऑफिसर, अपनी पत्नी मुस्कान और 6 साल की बेटी के साथ एक सामान्य जीवन जी रहा था। साल 2016 में दोनों की शादी हुई थी, जो एक प्रेम विवाह था। सौरभ ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी ताकि वह परिवार के साथ ज्यादा समय बिता सके। लेकिन उसका यह सपना जल्द ही टूट गया। मेरठ पुलिस की जांच के अनुसार, मुस्कान और साहिल ने सौरभ की हत्या इसलिए की क्योंकि वह उनकी शादी और नशीले पदार्थों की लत के बीच सबसे बड़ी बाधा बन गया था। चार्जशीट में बताया गया है कि दोनों ने इस हत्या को पहले से प्लान किया था और इसे अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
हत्या की साजिश और क्रूरता का नंगा नाच
पुलिस चार्जशीट के मुताबिक, मुस्कान और साहिल ने सौरभ को मारने की योजना पिछले साल नवंबर से शुरू कर दी थी। 3 मार्च 2025 को, जब सौरभ अपनी बेटी के जन्मदिन के लिए लंदन से मेरठ लौटा, तो उसे क्या पता था कि उसकी जिंदगी का आखिरी दिन नजदीक है। मुस्कान ने सौरभ के खाने में नींद की गोलियां मिलाईं, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद दोनों ने चाकू से उस पर कई वार किए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सौरभ के सीने में तीन बार चाकू मारा गया, उसकी गर्दन काट दी गई और हाथ-पैर अलग कर दिए गए। इतना ही नहीं, दोनों ने उसके शव को 15 टुकड़ों में काटकर एक ड्रम में सीमेंट के साथ सील कर दिया।
नशे की लत और प्रेम का जुनून
चार्जशीट में यह भी सामने आया कि मुस्कान और साहिल की नशे की लत इस हत्या की एक बड़ी वजह थी। साहिल ने मुस्कान को गांजा और अन्य नशीले पदार्थों का आदी बना दिया था। सौरभ को इस अफेयर और नशे की आदत का पता चल गया था, और वह इसे खत्म करना चाहता था। वह अपनी पत्नी और बेटी को लंदन ले जाना चाहता था, लेकिन मुस्कान ने इससे इनकार कर दिया। पुलिस का मानना है कि साहिल ने मुस्कान को यह समझाया कि सौरभ को रास्ते से हटाना ही उनकी आजादी का एकमात्र रास्ता है। इस तरह, नशे और प्रेम का जुनून इस हत्याकांड का आधार बन गया।
हत्या के बाद का डरावना खेल
सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने इसे छुपाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने सौरभ के फोन से उसके परिवार को मैसेज भेजे ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद दोनों हिमाचल प्रदेश की सैर पर निकल गए। वहां उन्होंने होली खेली, साहिल का जन्मदिन मनाया और सोशल मीडिया पर खुशहाल तस्वीरें डालीं। लेकिन उनकी यह चाल ज्यादा दिन नहीं चली। सौरभ के परिवार ने उससे संपर्क न होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज की। जांच के दौरान मुस्कान टूट गई और उसने अपने माता-पिता को सच बता दिया, जिन्होंने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
सूटकेस और ड्रम की कहानी
पुलिस को जांच में एक सूटकेस मिला, जिसमें खून के धब्बे थे। चार्जशीट के अनुसार, मुस्कान और साहिल ने पहले सौरभ के शव को सूटकेस में डालने की कोशिश की, लेकिन यह फिट नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने ड्रम का इस्तेमाल किया और उसे सीमेंट से भर दिया। उनका प्लान था कि हिमाचल से लौटने के बाद शव को ठिकाने लगा देंगे, लेकिन ड्रम का वजन इतना ज्यादा था कि मजदूर भी इसे उठा नहीं सके। यह उनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई, जिसने इस अपराध को उजागर कर दिया।
परिवार का दर्द और सजा की मांग
सौरभ के परिवार का कहना है कि मुस्कान और साहिल ने न सिर्फ उनकी जिंदगी बर्बाद की, बल्कि उनकी बेटी का भविष्य भी छीन लिया। मुस्कान के माता-पिता ने भी अपनी बेटी को समाज के लिए खतरा बताते हुए उसके लिए फांसी की सजा की मांग की है। दूसरी ओर, सौरभ के भाई संजय ने आरोप लगाया कि मुस्कान के परिवार ने भी इस हत्या में साथ दिया और सौरभ की कमाई हड़पने की साजिश रची। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस दावे की पुष्टि नहीं की है।
जेल में मुस्कान और साहिल की हालत
अब दोनों आरोपी मेरठ जिला जेल में बंद हैं। जेल अधिकारियों के अनुसार, नशे की लत के कारण दोनों को शुरू में खाना खाने में दिक्कत हुई, लेकिन दवाइयों और काउंसलिंग से उनकी हालत में सुधार हो रहा है। चार्जशीट में दोनों को बराबर का दोषी ठहराया गया है और उनके खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी पेश किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यह केस जल्द ही कोर्ट में जाएगा, जहां इनके भविष्य का फैसला होगा।
समाज के लिए सबक
यह हत्याकांड नशे की लत, अवैध संबंधों और गलत संगत के खतरों को उजागर करता है। मेरठ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और चार्जशीट में हर पहलू को बारीकी से शामिल किया है। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में विश्वास और संवाद की कमी कितनी बड़ी त्रासदी को जन्म दे सकती है।
हमारी टीम ने इस मामले की गहन पड़ताल की है और पुलिस के आधिकारिक दस्तावेजों के आधार पर यह जानकारी आपके सामने रखी है। हमारा मकसद है कि आपको सटीक और भरोसेमंद खबरें मिलें, ताकि आप खुद इस घटना से सबक ले सकें।