Jagruk youth news-Amroha News : उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई ने एक बड़े तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। रविवार को सैंदनगली पुलिस और विशेष संचालन समूह (एसओजी) की संयुक्त टीम ने चेकिंग के दौरान 1 किलो 340 ग्राम स्मैक बरामद की, जिसकी अनुमानित कीमत 40 लाख रुपये है। इस कार्रवाई में दो पुलिस सिपाहियों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। दोनों सिपाही अमरोहा के आदमपुर थाने में तैनात थे।

अमरोहा, उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जनपद, हाल ही में नशा तस्करी के एक बड़े मामले के कारण सुर्खियों में आया है। रविवार को सैंदनगली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 1 किलो 340 ग्राम स्मैक के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस रैकेट में दो पुलिस सिपाहियों की संलिप्तता ने सभी को चौंका दिया। यह घटना न केवल नशे के कारोबार की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के भीतर भ्रष्टाचार की समस्या को भी उजागर करती है। उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन अब इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि इस रैकेट के तार अन्य बड़े गिरोहों से जुड़े हों तो उनका भी खुलासा हो सके।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
सैंदनगली पुलिस और एसओजी की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग स्मैक की बड़ी खेप के साथ क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसके आधार पर पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू किया। इस दौरान, पुलिस ने छह आरोपियों को हिरासत में लिया, जिनमें दो सिपाही शामिल थे। एसएसपी अखिलेश भदोरिया ने बताया कि यह कार्रवाई सुनियोजित थी और इसमें स्थानीय पुलिस की सतर्कता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभियान के दौरान कुछ संदिग्ध भागने में सफल रहे, लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया। बरामद स्मैक की मात्रा और इसकी कीमत इस बात का संकेत देती है कि यह रैकेट लंबे समय से सक्रिय था।
आरोपियों का विवरण
पुलिस ने जिन छह आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनकी पहचान निम्नलिखित है:
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आशु सैनी: पुत्र जयपाल सिंह, निवासी ग्राम बहरामगढ़, थाना भौरकला, जिला मुजफ्फरनगर। यह सिपाही आदमपुर थाने में तैनात था।
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योगेश: पुत्र ओमप्रकाश, निवासी जहांगीरपुर, थाना जेवर, जिला गौतम बुद्ध नगर। यह भी आदमपुर थाने में सिपाही के पद पर कार्यरत था।
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गौरव कुमार: पुत्र मदन सिंह, निवासी ग्राम सांथलपुर, अमरोहा।
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नाजिम: पुत्र आस मोहम्मद, निवासी गांव गारापुर, थाना आदमपुर, अमरोहा।
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आदिल: पुत्र युसूफ, निवासी ग्राम फूलपुर, थाना रहरा, जिला अमरोहा।
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एक नाबालिग: जिसकी पहचान गोपनीय रखी गई है।
एसएसपी अखिलेश भदोरिया ने बताया कि नाजिम की आदमपुर थाने की ढ़बारसी चौकी के सिपाही से जान-पहचान थी, जिसके आधार पर उसने इस तस्करी की योजना बनाई।
स्मैक तस्करी की योजना और पुलिस की रणनीति
पुलिस के अनुसार, नाजिम ने अपने दोस्त गौरव और मयंक यादव के साथ मिलकर स्मैक तस्करी की योजना बनाई थी। नाजिम ने सिपाहियों को इसकी जानकारी दी और योजना बनाई कि वह स्मैक लेकर जाएंगे, और सिपाही छापा मारकर इसे पकड़ लेंगे। हालांकि, यह योजना उलटी पड़ गई। पुलिस को पहले ही इस रैकेट की भनक लग चुकी थी, और चेकिंग के दौरान सिपाहियों सहित मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया गया। मयंक यादव और कुछ अन्य संदिग्ध भागने में सफल रहे, लेकिन पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि नशा तस्करी में कई बार आंतरिक लोगों की मिलीभगत भी शामिल होती है, जो समाज के लिए चिंता का विषय है।
बरामद स्मैक का मूल्य
पुलिस ने 1 किलो 340 ग्राम स्मैक बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 40 लाख रुपये है। स्मैक एक अत्यंत खतरनाक मादक पदार्थ है, जो युवाओं में नशे की लत को बढ़ावा देता है। इतनी बड़ी मात्रा में स्मैक की बरामदगी इस बात का संकेत है कि अमरोहा और आसपास के क्षेत्रों में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है। इस रैकेट के पकड़े जाने से न केवल स्थानीय स्तर पर नशे की आपूर्ति पर रोक लगेगी, बल्कि अन्य बड़े तस्करी नेटवर्क तक पहुंचने में भी मदद मिलेगी। पुलिस अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि इस रैकेट के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके।