मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद शहर में एक अनोखा कार्यक्रम हुआ जिसने सबका ध्यान खींचा। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 और सहकारिता सप्ताह (14 से 20 नवंबर 2025) के तहत ‘रन फॉर कोऑपरेशन’ थीम पर एक बड़ा आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कांठ रोड पर स्थित संयुक्त आयुक्त निबंधक कार्यालय परिसर में हुआ, जहां लोग सहकारिता के महत्व को समझने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए एकजुट हुए। सहकारिता विभाग ने इस इवेंट को आयोजित किया, और इसमें स्थानीय नेता, अधिकारी और आम लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। ऐसे कार्यक्रम रोज नहीं होते, जो समाज को जोड़ते हुए स्वास्थ्य का संदेश भी देते हैं।
कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल हुए?
इस रन फॉर कोऑपरेशन में कई बड़े नामों ने हिस्सा लिया, जिसने इसे और भी खास बना दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शेफाली सिंह ने जहां लोगों को प्रेरित किया, वहीं एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त ने सहकारिता की भावना पर जोर दिया। मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष मुरादाबाद विकास प्राधिकरण अनुभव सिंह, सीडीओ रामपुर गुलाब चन्द्र, चेयरमैन डीसीबी मुरादाबाद विजय भान सिंह, चेयरमैन डीसीबी रामपुर मोहन लाल सैनी और ज्वाइंट कमिश्नर कोऑपरेटिव वीर विक्रम सिंह जैसे प्रमुख लोग यहां मौजूद थे। इनके अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी आए, जो दिखाता है कि सहकारिता का मुद्दा कितना महत्वपूर्ण है। इन नेताओं ने न सिर्फ दौड़ में हिस्सा लिया, बल्कि लोगों से बातचीत कर सहकारिता आंदोलन के बारे में जागरूकता फैलाई।
दौड़ में युवाओं और नागरिकों की भारी भागीदारी
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही दौड़, जिसमें स्थानीय नागरिक और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए। सुबह-सुबह कांठ रोड पर सड़कें लोगों से भरी हुई थीं, जहां हर कोई उत्साह से दौड़ रहा था। युवा लड़के-लड़कियां, परिवार और बुजुर्ग सभी ने हिस्सा लिया, जो सहकारिता की भावना को मजबूत करता है। यह दौड़ सिर्फ एक रेस नहीं थी, बल्कि एक संदेश था कि साथ मिलकर हम समाज को बेहतर बना सकते हैं। आयोजकों ने बताया कि ऐसी दौड़ से लोग फिट रहने के लिए भी प्रेरित होते हैं, और सहकारिता जैसे विषय पर चर्चा होती है। मुरादाबाद जैसे शहर में जहां रोजमर्रा की भागदौड़ है, वहां ऐसा इवेंट लोगों को तरोताजा कर देता है।
सहकारिता आंदोलन को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य
ज्वाइंट कमिश्नर कोऑपरेटिव मुरादाबाद वीर विक्रम सिंह ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस इवेंट का मुख्य मकसद लोगों को सहकारिता आंदोलन के प्रति जागरूक बनाना है। सहकारिता का मतलब है साथ मिलकर काम करना, जैसे किसान सहकारी समितियां बनाकर अपनी फसल बेचते हैं या लोग बैंक में पैसा जमा कर एक-दूसरे की मदद करते हैं। यह आंदोलन भारत में लंबे समय से चल रहा है, और अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 इसे वैश्विक स्तर पर मनाने का मौका है। वीर विक्रम सिंह ने जोर दिया कि ऐसे कार्यक्रमों से सामाजिक सहभागिता बढ़ती है, और लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। दौड़ जैसे आयोजन से लोग समझते हैं कि सहकारिता सिर्फ किताबों में नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में है।
सहकारिता सप्ताह पूरे देश में मनाया जा रहा है, और मुरादाबाद में यह इवेंट इसका हिस्सा है। 14 से 20 नवंबर तक चलने वाले इस सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रम होते हैं, जैसे सेमिनार, वर्कशॉप और जागरूकता अभियान। मुरादाबाद में रन फॉर कोऑपरेशन ने इसे और भी रोचक बना दिया। आयोजकों ने बताया कि इससे न सिर्फ स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैली, बल्कि आसपास के जिलों जैसे रामपुर से भी लोग आए। यह दिखाता है कि सहकारिता की भावना सीमाओं से परे है।
सहकारिता का महत्व और भविष्य
सहकारिता आंदोलन भारत की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसानों से लेकर छोटे व्यापारियों तक, सभी इससे लाभान्वित होते हैं। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 का उद्देश्य दुनिया भर में इस मॉडल को बढ़ावा देना है, जहां लोग खुद की मदद खुद करते हैं। मुरादाबाद जैसे शहर में जहां पीतल उद्योग मशहूर है, वहां सहकारी समितियां कारोबार को मजबूत बनाती हैं। इस कार्यक्रम से युवाओं को पता चला कि सहकारिता से रोजगार भी बढ़ सकता है। वीर विक्रम सिंह ने कहा कि ऐसे इवेंट से लोग समझते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ समाज बसता है। दौड़ में हिस्सा लेने वालों ने बताया कि उन्हें मजा आया और वे आगे भी ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
कार्यक्रम की सफलता से साफ है कि सहकारिता विभाग के प्रयास रंग ला रहे हैं। मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को एकजुट करते हैं। डॉ. शेफाली सिंह ने महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया, जो सहकारिता में महत्वपूर्ण है। कुल मिलाकर, यह इवेंट न सिर्फ मनोरंजक था, बल्कि शिक्षाप्रद भी। मुरादाबाद के लोग अब सहकारिता सप्ताह को याद रखेंगे और इसके संदेश को अपनाएंगे।
सहकारिता सप्ताह के दौरान ऐसे कई कार्यक्रम होंगे, जो लोगों को जोड़ेंगे। अगर आप भी शामिल होना चाहते हैं, तो स्थानीय सहकारिता कार्यालय से संपर्क करें। यह इवेंट साबित करता है कि छोटे प्रयास से बड़ा बदलाव आ सकता है। मुरादाबाद में रन फॉर कोऑपरेशन ने एक नई मिसाल कायम की है, जो आने वाले सालों में जारी रहेगी।
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