मुरादाबाद में दो बहनों के इकलौता भाई की मिली लाश, चार दिन से था गायब

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मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता 

मुरादाबाद : मंझोला थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब सेक्टर-11 की एक पुरानी खाली पड़ी इमारत के खंडहर में एक युवक का शव मिला। सुबह-सुबह स्थानीय लोगों ने जब यह खौफनाक मंजर देखा तो उनके होश उड़ गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और देखते ही देखते पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

पुलिस ने तुरंत घेराबंदी की, फॉरेंसिक टीम ने जुटाए सबूत

सूचना मिलते ही थाना मंझोला प्रभारी रविंद्र कुमार खुद भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पूरे खंडहर और आसपास के इलाके को पुलिस ने घेर लिया ताकि कोई भी बाहर न निकल सके और कोई सबूत न मिट सके। मौके की नजाकत को देखते हुए फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया। टीम ने घटनास्थल से कई अहम सबूत इकट्ठे किए, जिनमें नशे के इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन और सिरिंज भी शामिल हैं। ये इंजेक्शन शव के पास ही बिखरे पड़े थे, जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि युवक नशे की हालत में वहां पहुंचा था।

मृतक की पहचान हुई शिवम गुप्ता (25), परिवार में इकलौता भाई था

मृतक की शिनाख्त सेक्टर-2 निवासी शिवम गुप्ता (25 वर्ष) के रूप में हुई है। शिवम अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और दो छोटी-बड़ी बहनों का बड़ा भाई था। परिवार वाले अभी भी सदमे में हैं और विश्वास नहीं कर पा रहे कि उनका लाडला इस तरह चला जाएगा। मोहल्ले वालों ने बताया कि शिवम पिछले काफी समय से नशे की गिरफ्त में था। वह ड्रग्स लेता था और इसके चलते कई बार घर से झगड़ा भी करता था।

नशा मुक्ति केंद्र से लौटा था, फिर शुरू हो गई थी लत?

पड़ोसियों के मुताबिक कुछ महीने पहले ही शिवम को परिवार वाले जबरदस्ती नशा मुक्ति केंद्र ले गए थे। वहां से इलाज कराकर लौटा था और सभी को लगा था कि अब वह सुधर जाएगा। लेकिन घर लौटते ही फिर पुरानी आदतों ने उसे जकड़ लिया। आए दिन वह दोस्तों के साथ घूमता और नशा करने के लिए पैसे मांगता रहता था।

चार दिन से था लापता, मां ने बताई आखिरी बात

शिवम की मां ने ऑफ द रिकॉर्ड पुलिस को बताया कि उनका बेटा पिछले चार दिनों से घर से लापता था। आखिरी बार उसने घर से निकलते वक्त जैकेट खरीदने के लिए पैसे मांगे थे। मां ने उसे डांटकर पैसे देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद वह नाराज होकर घर से निकल गया और फिर कभी लौटकर नहीं आया। चार दिन तक परेशान परिवार हर जगह तलाश करता रहा, लेकिन कोई पता नहीं चला। आखिरकार शनिवार को उसी खंडहर में उसका शव मिलने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

मौत कैसे हुई? ओवरडोज की आशंका सबसे प्रबल

पुलिस का शुरुआती अनुमान है कि शिवम की मौत नशे की अति मात्रा (ओवरडोज) के कारण हुई है। शव के पास मिले कई खाली इंजेक्शन और सिरिंज इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिसमें साफ हो जाएगा कि आखिर शरीर में कौन सा नशा था और कितनी मात्रा ली गई थी। पुलिस अब शिवम के उन दोस्तों की तलाश कर रही है जिनके साथ वह आखिरी बार देखा गया था। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मोबाइल कॉल डिटेल भी निकलवाई जा रही है।

इलाके में दहशत, लोग बोले – “ऐसे खंडहर बन गए हैं ड्रग एडिक्ट्स का अड्डा”

स्थानीय लोगों में गुस्सा भी है। उनका कहना है कि सेक्टर-11 और आसपास कई पुरानी इमारतें और खंडहर ऐसे ही खाली पड़े हैं जो नशेड़ियों का ठिकाना बन गए हैं। रात के समय वहां ड्रग्स का कारोबार खुलेआम होता है और पुलिस गश्त भी कम होती है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे सभी खंडहरों को या तो तोड़ा जाए या उनमें सुरक्षा की जाए ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों।

फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आने की उम्मीद है। लेकिन एक 25 साल के नौजवान की जिंदगी इस तरह नशे की भेंट चढ़ जाए, यह हर किसी के लिए सबक है कि नशे की लत कितनी भयानक हो सकती है।