विश्व एड्स दिवस पर छात्रों ने नुक्कड़ नाटक कर किया जागरूक

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अमरोहा। विश्व एड्स दिवस पर अमरोहा के वेंक्टेश्वरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ऐसा जोश देखने को मिला कि हर कोई हैरान रह गया। मेडिकल और नर्सिंग के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता और राष्ट्रीय सेमिनार के जरिए पूरे शहर में मैसेज पहुंचा दिया – “एड्स से डरने की जरूरत नहीं, बस सावधानी और जागरूकता चाहिए!”

कौन थे मौजूद? देश के बड़े-बड़े डॉक्टर एक मंच पर!

कार्यक्रम का उद्घाटन भारत सरकार के पूर्व IAS और स्वास्थ्य मंत्रालय के बड़े अफसर डॉ. वाल्मीकि प्रसाद ने किया। उनके साथ थे संस्थान के चांसलर सुधीर गिरी, प्रति-कुलपति डॉ. राजीव त्यागी, कुलपति डॉ. कृष्ण कान्त दवे, डीन डॉ. संजीव भट्ट और कई दिग्गज डॉक्टर। मंच पर माँ सरस्वती के सामने दीप जलाते ही पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।

क्या हुआ कार्यक्रम में? छात्रों ने दिखाया दम

सुबह से ही कैंपस में रौनक थी। मेडिकल और नर्सिंग के छात्रों ने रंग-बिरंगे पोस्टर बनाए जिन पर लिखा था – “एक गलती जिंदगी भर का दर्द”, “कंडोम यूज करो – एड्स भगाओ”। इसके बाद नुक्कड़ नाटक शुरू हुआ। नाटक में दिखाया गया कि कैसे एक नौजवान गलत संगत में पड़कर HIV पॉजिटिव हो जाता है और फिर पूरा परिवार त्राहि-त्राहि कर उठता है। दर्शक भावुक हो गए, कई लोगों की आंखें भर आईं।

कब और कहाँ हुई घटना?

घटना 1 दिसंबर 2025 को अमरोहा के गजरौला स्थित वेंक्टेश्वरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हुई। पूरे दिन चले कार्यक्रम में देश के अलग-अलग कोने से 25 से ज्यादा मशहूर डॉक्टर पहुंचे थे।

क्यों है एड्स आज भी सबसे बड़ी चुनौती?

मुख्य वक्ता डॉ. वाल्मीकि प्रसाद ने सबको चौंकाते हुए कहा, “एड्स दुनिया की सबसे खतरनाक और अभी तक लाइलाज बीमारियों में से एक है। हर साल लाखों लोग सिर्फ इसलिए मर जाते हैं क्योंकि न तो कोई पक्का इलाज है और न ही वैक्सीन। लेकिन अच्छी बात ये है कि सही जानकारी और सावधानी से 100% बचा जा सकता है।”

कैसे रोका जाए एड्स? डॉक्टरों ने बताए सीक्रेट तरीके

प्रति-कुलपति डॉ. राजीव त्यागी ने जोर देकर कहा, “एड्स से बचाव और रोकथाम में सबसे बड़ी भूमिका मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग प्रोफेशनल्स की है। आप लोग गांव-गांव, गली-गली जाकर लोगों को बताओ कि:

  • असुरक्षित सेक्स बिल्कुल न करें
  • एक ही सुई बार-बार न इस्तेमाल करें
  • ब्लड चढ़वाते वक्त पूरी जांच करवाएं
  • अगर शक हो तो तुरंत टेस्ट करवाएं

इन छोटी-छोटी बातों से हम 2030 तक एड्स को भारत से जड़ से खत्म कर सकते हैं!”

राष्ट्रपति जी को भेजा खास संदेश

छात्रों ने एक ज्ञापन तैयार किया और महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी को भिजवाया। इसमें मांग की गई कि स्कूल-कॉलेज के पाठ्यक्रम में एड्स जागरूकता को अनिवार्य विषय बनाया जाए और हर जिले में फ्री टेस्टिंग सेंटर खोले जाएं।

संस्थान के चांसलर ने किया बड़ा ऐलान

संस्थापक चांसलर सुधीर गिरी ने कहा, “हम NACO (नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन) के साथ मिलकर हर महीने फ्री कैंप लगाएंगे। साथ ही NGO के साथ मिलकर गांवों में जागरूकता अभियान चलाएंगे। एक डॉक्टर और नर्स होने के नाते आपकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी है।”