मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने सोमवार को विकास भवन सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक सीएम डैशबोर्ड के आधार पर विकास कार्यों की मासिक समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। इसमें जिले में चल रही विभिन्न विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति को बारीकी से देखा गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाएं समय पर पूरी हों और जनता को पूरा लाभ मिले।
बैठक में क्या हुआ? कौन थे मौजूद?
यह बैठक सोमवार को हुई, जहां जिलाधिकारी अनुज सिंह खुद कुर्सी पर थे। मुख्य विकास अधिकारी मृणाली अविनाश जोशी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ममता मालवीय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह के अलावा कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक का मकसद था जिले की विकास योजनाओं की स्थिति जानना और कमियों को दूर करना।
स्कूलों को बनाना है खूबसूरत और सुरक्षित
जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को साफ निर्देश दिए कि जिले के इंटर कॉलेजों और परिषदीय स्कूलों में आकर्षक फूलों के पौधे लगवाए जाएं। इससे स्कूलों का माहौल सुंदर और बच्चों के लिए प्रेरणादायक बनेगा। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी इस काम में पूरा सहयोग करने को कहा। पहले चरण में उद्यान विभाग 50 स्कूलों का चयन करके पौधारोपण कराएगा।
इसके अलावा कृषि विभाग को आदेश दिया गया कि परिषदीय स्कूलों के आसपास उगने वाली घास और झाड़ियों की वजह से बच्चों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए चिन्हित स्कूलों के आसपास जरूरी दवाओं का छिड़काव कराया जाए। खासकर बारिश के मौसम में कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान रखें।
छात्रवृत्ति पर सख्ती: बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं
छात्रवृत्ति योजना की समीक्षा में जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि पात्र छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति मिलनी चाहिए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलवार आवेदनों की नियमित निगरानी की जाए और लंबित आवेदनों के कारणों की रिपोर्ट दी जाए। उनका कहना था कि बच्चों की शिक्षा में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।
गौ आश्रय स्थलों और स्वच्छता पर फोकस
बैठक में गौ आश्रय स्थलों की स्थिति भी देखी गई। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से गोवंश की सुरक्षा और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से गौशालाओं का दौरा करें और कोई कमी मिले तो तुरंत दूर करें।
पंचायती राज विभाग की समीक्षा में ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए ताकि गांव वालों को कोई दिक्कत न हो।
सिंचाई और किसानों की चिंता
सिंचाई विभाग की समीक्षा में नहरों में पानी की उपलब्धता, नलकूपों की स्थिति और उनके संचालन पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिले। अगर नलकूपों में कोई मैकेनिकल या बिजली की समस्या हो तो तुरंत ठीक कराई जाए।
इसके साथ ही बैठक में छात्रवृत्ति, उद्यान, कृषि, बेसिक और माध्यमिक शिक्षा, विद्युत, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, प्रधानमंत्री आवास योजना, दुग्ध विकास, पशुपालन, पेंशन योजना, मत्स्य उत्पादन, ग्रामीण स्टेडियम और आईजीआरएस जैसी कई योजनाओं की प्रगति देखी गई। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
यह बैठक जिले के विकास को गति देने वाली साबित हो सकती है। अधिकारियों को अब इन निर्देशों को जल्द से जल्द अमल में लाना होगा। जनता को उम्मीद है कि इन फैसलों से शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द होगा।