अगर आप हाथ या पैर में बांधते है काला धागा तो हो जाये सावधान

 

Jyotish Tips:लड़कों के साथ आजकल लड़कियों में एक पैर में काला धागा बांधने का फैशन बहुत चल रहा है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपके दुर्भाग्य का कारण बन सकता है। जी हां, ऐसे किसी भी उपाय को करने के पहले ज्योतिषी की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।

माना जाता है कि गले, हाथ या पैर में काला धागा बांधने से नजर नहीं लगती है। कुछ लोग कहते हैं कि इससे भूत-प्रेत आदि बलाएं भी दूर रहती हैं। परन्तु ज्योतिषियों के अनुसार ऐसा कुछ नहीं होता है। वास्तव में इस तरह के काले धागे को विशेष रूप से अभिमंत्रित करके फिर शरीर पर धारण किया जाता है। यही वजह है कि बहुत से धार्मिक स्थानों पर काले धागे को विशेष दिन तथा मुहूर्त में कुछ खास लोगों को ही दिया जाता है।

यदि बिना सोचे-समझे, बिना अभिमंत्रित किए काला धागा पहना जाता है तो वह ग्रहों को प्रतिकूल कर देता है। खास तौर पर राहु का बुरा प्रभाव झेलना पड़ सकता है। उस स्थिति में व्यक्ति में एकदम से क्रोध, चिड़चिड़ापन और जिद बढ़ जाती है। उसके बने हुए काम बिगड़ने लगते हैं। यदि जन्मकुंडली में राहु या अन्य ग्रह प्रतिकूल हो तो एक्सीडेंट भी हो सकता है। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो तुरंत ही धागे को उतार दें। इससे राहत मिलेगी।


ज्योतिष  के अनुसार सभी 12 राशियों के अलग-अलग स्वामी ग्रह है। इनमें से मेष तथा वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल है। मंगल और राहु के बीच शत्रुता मानी जाती है। ऐसे में काला धागा बांधना राहु को तो प्रतिकूल करेगा ही, मंगल को भी रुष्ट कर सकता है। अतः मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को भूल कर भी शरीर के किसी भी हिस्से में काले धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्हें आम जीवन में भी काले वस्त्र कम से कम पहनने चाहिए।

यदि आप अपने हाथ में कुछ बांधना ही चाहते हैं तो पुरुषों को दाएं हाथ एवं स्त्रियों को बाएं हाथ में मौली बांधनी चाहिए। मौली (जिसे कलावा भी कहते हैं) लाल और पीले धागे से मिलकर बनती है। ऐसे में इसमें मंगल और गुरु की सम्मिलित शक्ति आ जाती है। लाल रंग भगवती आद्यशक्ति का प्रिय है जबकि पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय है। अतः मौली बांधने से इन दोनों का भी आशीर्वाद मिलता है।