Mann Ki Baat: पीएम बोले- ई-वेस्ट का सही निस्तारण करना बेहद जरूरी

 

Mann Ki Baat:पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया था कि हर साल 50 मिलियन टन ई-वेस्ट फेंका जा रहा है। इस ई-वेस्ट से विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से लगभग 17 प्रकार की कीमती धातुएं निकाली जा सकती हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि जब भी कोई अपने पुराने डिवाइस को रिप्लेस करता है तो यह ध्यान रखना जरूरी हो जाता है कि उसे सही तरीके से डिस्पोज किया गया है या नहीं। अगर ई-वेस्ट का निस्तारण नहीं किया गया तो यह हमारे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अगर सावधानी से किया जाए तो यह रीसायकल और रीयूज की सर्कुलर इकोनॉमी में एक बड़ी ताकत बन सकता है।


पीएम मोदी ने कहा कि पद्म पुरस्कार विजेताओं की एक बड़ी संख्या आदिवासी समुदायों और आदिवासी समाज से जुड़े लोगों से आती है। आदिवासी जीवन शहर के जीवन से अलग है, इसकी अपनी चुनौतियां भी हैं। इन सबके बावजूद आदिवासी समाज अपनी परंपराओं को बचाने के लिए हमेशा आतुर रहता है।

पीएम मोदी ने कहा कि टोटो, हो, कुई, कुवी और मांडा जैसी आदिवासी भाषाओं पर काम करने वाली कई महान हस्तियों को पद्म पुरस्कार मिल चुके हैं। यह हम सबके लिए गर्व की बात है। सिद्दी, जारवा और ओंगे आदिवासियों के साथ काम करने वालों को इस बार भी पुरस्कृत किया गया है।