बरेली की एक फैक्‍ट्री में धमाके के साथ लगी आग, चार मजदूर जिंदा जले 150 कर्मचारी कर रहे थे काम

 

Bareilly News:अशोका पीयू फोम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में तेज धमाके के बाद हुए अग्निकांड में चार कर्मचारियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। कई झुलस गए। इनमें से तीन गंभीर हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। एक युवक अभी भी लापता है।

हादसा बरेली के रामपुर बाग निवासी अशोक गोयल की फरीदपुर के गांव मेगीनगला में अशोका पीयू फोम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में हुआ। जानकारी के अनुसार बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे तेज धमाके के बाद आग लग गई। हादसे के वक्त फैक्ट्री में करीब 150 कर्मचारी काम कर रहे थे और आग लगते ही वहां भगदड़ मच गई। वहां रखी फोम बारूद की तरह जलने लगी और उससे कई फुट ऊंची लपटें निकल रही थीं।

सूचना पर सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा फरीदपुर और बरेली के 12 दमकल वाहनों के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाना शुरू किया। इस अग्निकांड में चार कर्मचारियों की जिंदा जलकर मौत हो गई और कई झुलस गए। दो मृतकों की शिनाख्त हरिहरपुर निवासी अरविंद मिश्रा और सरकड़ा के राकेश के रूप में हुई। दो अन्य मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी। जेड़ निवासी बबलू व जितेंद्र और करनपुर निवासी देशराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, फरीदपुर के मोहल्ला फर्रखपुर निवासी अनूप अभी भी लापता है।

 फैक्ट्री के एंगल और गर्डर टूटकर गिर पड़े और कर्मचारी उनके नीचे दब गए। इन एंगिल को गैस कटर से काटकर और जेसीबी से हटाकर चार शवों को बाहर निकाला गया। आग इतनी विकराल थी कि वहां से करीब 20 फिट ऊंची लपटें निकल रही थीं और कई किलोमीटर में काला धुआं फैल गया। देर रात डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी भी मौके पर पहुंचे।

फैक्ट्री से जान बचाकर निकले कर्मचारियों ने बताया कि जिस परिसर में आग लगी, वह करीब दो बीघा रकबा में फैला हुआ है। रात आठ बजे से दूसरी शिफ्ट शुरू होनी थी, जिसके चलते उस समय वहां मौजूद करीब 150 कर्मचारी घर जाने की तैयारी कर रहे थे। किसी को कुछ समझने का मौका नहीं मिला और जिसे जहां रास्ता मिला, उसने दौड़ लगा दी। 


इससे वहां भगदड़ और अफरातफरी का माहौल बन गया। फैक्ट्री दो हिस्सों में बंटी हुई है और कुछ ही देर में आग दूसरे हिस्से में भी बढ़ने लगी। इस पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां दूसरी फैक्ट्री की दिशा में लगाकर आग बढ़ने से रोकी गई। आग की सूचना पर आसपास के गांवों के तमाशबीन वहां पहुंच गए।