Chaitra Navratri 2024 : मां वैष्णो देवी के दर्शन करने का बना रहे है प्लान तो जान ले ये जरूरी बातें

52 शक्तिपीठ में माता वैष्णो देवी धाम है, जहां मां तीन पिंडियों के रूप में विराजमान हैं।
अप्रैल के माह में भी मां वैष्णो देवी के भवन में शाम को ठंड ठीक-ठाक रहती है।
नई दिल्ली। Navratri 2024 : चैत्र नवरात्र इस वर्ष 9 अपै्रल 2024 से आरंभ हो रहा है। मान्यता है कि नवरात्रों में मां वैष्णो देवी के दर्शन करने से सभी मनोरथ पूरे हो जाते है। मां के भवन में भक्तों की भीड़ अभी से बढ़ने लगी है। चैत्र माह शुरू होते ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। नवरात्रि देवी के नौ स्वरूपों की उपासना का त्योहार है, जिसमें पहली मां शैलपुत्री, दूसरी ब्रह्मचारिणी, तीसरी चंद्रघंटा, चौथी कुष्मांडा, पांचवी स्कंदमाता, छठी कात्यायनी, सातवीं कालरात्रि और आठवीं महागौरी और नौवीं मां सिद्धिदात्री हैं।
52 शक्तिपीठ में माता वैष्णो देवी धाम है, जहां मां तीन पिंडियों के रूप में विराजमान हैं। वैष्णो देवी मंदिर जम्मू में कटरा से करीब 14 किमी दूर त्रिकुटा पर्वत स्थित है।इसे कटरा वाली माता के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि के मौके पर भक्त माता वैष्णो देवी के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए पहुंचते हैं। अगर आप भी नवरात्रि पर माता वैष्णो देवी मंदिर दर्शन के लिए जा रहे हैं तो यात्रा के दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखें।
मौसम का रखे ध्यान
अप्रैल के माह में भी मां वैष्णो देवी के भवन में शाम को ठंड ठीक-ठाक रहती है या तो गर्म कपड़े अपने साथ ले जाये या फिर मां के भवन में भी कबंल मिल जाते है। दिन और रात के मौसम में कई बदलाव होते रहते है। छोटे बच्चे है तो उनके लिये गर्म कपड़े जरूर साथ ले जायें।
वैष्णो देवी दर्शन के दौरान कहां ठहरें?
कटरा से माता वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत होती है। यात्रियों के ठहरने के लिए कटरा में ही बजट के होटल विकल्प मिल सकते हैं। बजट के मुताबिक होटल में कमरा बुक कर सकते हैं। इसके अलावा यहां कई धर्मशालाएं भी हैं, जहां कम पैसों में ठहरना जा सकता है। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भी श्रद्धालुओं के रहने के लिए कम कीमत में जगह की व्यवस्था करता है। काउंटर या श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर ठहरने की बुकिंग करा सकते हैं।
वैष्णो देवी जाने के लिए जरूरी दस्तावेज
कटरा से त्रिकुटा पर्वत की दूरी लगभग 14 किमी है। यात्रा से पहले कटरा में श्रद्धालुओं को मंदिर तक जाने के लिए यात्रा पर्ची लेनी होती है। कटरा बस अड्डे के पास स्थित श्राइन बोर्ड के काउंटर पर यात्रा पर्ची की बुकिंग करा सकते हैं। इसके अलावा बोर्ड की वेबसाइट पर भी पर्ची मिल जाएगी। यात्रा पर्ची के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता। यात्रियों को यात्रा पर्ची के लिए पहचान पत्र संबंधी दस्तावेज की जरूरत होती है।
वैष्णो देवी यात्रा का किराया
ट्रेन या बस से कटरा तक जा सकते हैं। इसके आगे मंदिर परिसर तक पैदल चढ़ाई की जाती है। हालांकि अगर आप पैदल नहीं चल सकते हैं तो सांझी छत तक हेलीकॉप्टर की सुविधा मिल जाएगी। हेलीकॉप्टर से एक तरफ का किराया 4200 रुपये प्रति यात्री है। हेली काउंटर या फिर श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से भी बुकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा पालकी, घोड़े या टैक्सी से भी यात्रा की जा सकती है। घोडे के लिए आपको 2100 रुपये की पर्ची कटानी होगी।
मां वैष्णो देवी मंदिर न ले जाएं ये सामान
माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में पहुंचकर प्रवेश द्वार से ही आपको कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। मंदिर में चमड़े का सामान जैसे बेल्ट और पर्स आदि लेकर मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं हैं। इसके अलावा मोबाइल भी मंदिर में ले जाना मना है। दरबार में ही क्लॉक रूम बना है, जहां आप अपना सामान रख सकते हैं।
अर्धकुवारी में आरम कर सकते है
यात्रा के दौरान अर्धकुवारी में शाइन बोर्ड की तरफ से विश्राम भवन बने है। यहां पर खाने की भी सुविधा खाना खाने के बाद यहां पर आरम कर सकते है। यहां पर भी मां की गुफा के दर्शन होते है लेकिन समय बहुत ज्यादा लगता है।
श्राइन बोर्ड की तरह की दे रहा है सुविधा
मां के दर्शन करने के दौरान श्राइन बोर्ड यात्रियों को कई तरह की सुविधा दे रहा है। जहां से यात्रा शुरू होती है वहां सबसे पहले यात्रा कार्ड बनता है जो फ्री है। इसके बाद यात्रा के दौरान पानी और शौचालयों की सुविधा है। मां के भवन में धर्मशाला बनाई गई है जो फ्री है साथ सोने के लिये कंबल भी फ्री दिये जाते है। कई जगहों पर आपतकाली डॉक्टर की सुविधा भी दी गई है।