मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
Moradabad GST fraud-मुरादाबाद। शहर में चल रहे अब तक के सबसे बड़े जीएसटी फ्रॉड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी करने वाला मास्टरमाइंड सुमित को एसआईटी ने धर दबोचा। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने अकेले दम पर 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की जीएसटी चोरी की है। हैरानी की बात ये है कि इसके नाम पर एक ही मोबाइल नंबर से 124 बोगस फर्में चल रही थीं!
कौन है ये सुमित और क्या करता था?
सुमित उर्फ सुमित कुमार मुरादाबाद का रहने वाला है। दिखने में साधारण सा लड़का, लेकिन दिमाग इतना शातिर कि पूरे उत्तर भारत में फर्जी कंपनियों का जाल बिछा रखा था। ये शख्स बिना कोई माल खरीदे-बेचे कागजों पर अरबों रुपये का कारोबार दिखाता था। फर्जी बिल बनवाता, इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम करता और सरकार का पैसा डकार जाता।
कब और कहां हुआ पूरा खेल?
घटना मुरादाबाद की है, लेकिन इसका नेटवर्क उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था। पुलिस को शक है कि दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में भी इसकी कई फर्में चल रही थीं। मुख्य ठिकाना मुरादाबाद के मझोला इलाके में था, लेकिन फर्में कोलकाता से लेकर लखनऊ तक रजिस्टर्ड थीं।
कब पकड़ा गया आरोपी?
पिछले कई महीनों से एसआईटी इस पूरे syndicate पर नजर रखे हुए थी। आखिरकार बुधवार रात को सुमित को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेजने का आदेश हुआ।
कैसे चल रहा था इतना बड़ा फ्रॉड?
पुलिस के मुताबिक तरीका बेहद साधारण लेकिन खतरनाक था:
- एक ही मोबाइल नंबर और फर्जी ईमेल आईडी से सैकड़ों फर्में बनाईं
- ज्यादातर फर्मों में किराए के लोगों के आधार-पैन कार्ड का इस्तेमाल
- बिना कोई सामान सप्लाई किए बोगस इनवॉइस बनाए
- एक कंपनी से दूसरी कंपनी को क्रेडिट पास करके टैक्स बचाया
- पैसा बैंक अकाउंट में घुमाकर निकाल लिया जाता था
सबसे चौंकाने वाली बात – 124 कंपनियां एक ही नंबर पर रजिस्टर्ड थीं!
गिरफ्तारी के समय क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस ने सुमित के पास से ये चीजें जब्त की हैं:
- 3 लैपटॉप
- 1 मोबाइल फोन और सिम कार्ड
- 15 क्रेडिट कार्ड
- 4 चेक बुक
- कई फर्जी दस्तावेज और पैन कार्ड
अब आगे क्या?
एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ये सिर्फ शुरुआत है। सुमित अकेला नहीं है। इसके पूरे गैंग को जल्द पकड़ा जाएगा। अभी तक 80 करोड़ से ज्यादा की चोरी पकड़ी गई है, लेकिन असली आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है।”
पुलिस अब उन सभी लोगों की तलाश कर रही है जिनके नाम पर फर्जी फर्में बनाई गई थीं। साथ ही जिन बैंकों से पैसे ट्रांसफर हुए, उनकी भी जांच हो रही है।
लोगों में गुस्सा, कार्रवाई की मांग
इस खुलासे के बाद व्यापारी और आम लोग हैरान हैं। कई लोगों का कहना है कि ऐसे फ्रॉड की वजह से ईमानदार व्यापारियों को भी शक की नजर से देखा जाता है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं – “अब बारी बाकी सरगनाओं की है, सबको सलाखों के पीछे डालो!”
फिलहाल सुमित जेल में है और जांच तेजी से चल रही है। जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।