मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद : जिले में शुक्रवार का दिन कुछ खास रहा। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह ने पुलिस कार्यालय में लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को धूमधाम से मनाया। उन्होंने सरदार पटेल के चित्र पर फूल चढ़ाकर विनम्र श्रद्धांजलि दी। ये नजारा देखकर वहां मौजूद हर शख्स का दिल भर आया। सरदार पटेल को याद करना मतलब देश की एकता की नींव को मजबूत करना, और पुलिस वालों ने यही संदेश जोर-शोर से दिया।
पुलिस कार्यालय में श्रद्धांजलि का भावुक पल
शुक्रवार सुबह पुलिस कार्यालय में सन्नाटा नहीं, बल्कि उत्साह का माहौल था। एसपी ग्रामीण कुंवर आकाश सिंह खुद आगे आए और सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। ये सिर्फ एक रस्म नहीं थी, बल्कि लौहपुरुष के योगदान को सलाम करने का तरीका था। सरदार पटेल ने देश के 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोया था, और उनकी 150वीं जयंती पर ये श्रद्धांजलि उसी विरासत को जीवंत रखने वाली थी। वहां खड़े पुलिसकर्मी चुपचाप देखते रहे, मानो इतिहास दोहरा रहा हो। कुंवर आकाश सिंह ने कहा कि सरदार पटेल की तरह हमें भी देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना है।
राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ – दिल छू लेने वाला संकल्प
श्रद्धांजलि के बाद कार्यक्रम का असली रंग दिखा। एसपी कुंवर आकाश सिंह ने सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को “राष्ट्रीय एकता दिवस” की शपथ दिलाई। ये शपथ कोई औपचारिकता नहीं थी – हर शब्द में जोश था। पुलिस वालों ने हाथ उठाकर वादा किया कि देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा को हर कीमत पर बनाए रखेंगे। ये पल इतना प्रेरणादायक था कि लग रहा था, पूरे कार्यालय में सरदार पटेल की आत्मा मुस्कुरा रही हो। शपथ लेते वक्त हर कोई गंभीर था, लेकिन आंखों में चमक साफ दिख रही थी। ये संकल्प सिर्फ पुलिस तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे जिले के लिए एक संदेश बन गया।
सरदार पटेल का योगदान – क्यों मनाई जा रही 150वीं जयंती?
आपको बता दें, सरदार वल्लभभाई पटेल को लौहपुरुष इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने आजाद भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाई। 31 अक्टूबर को उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार 150वीं जयंती होने से उत्साह दोगुना था। मुरादाबाद पुलिस ने इसे मौका बनाया और अपने कर्तव्यों को याद दिलाया। कुंवर आकाश सिंह ने पुलिसकर्मियों से कहा कि सरदार पटेल की तरह हमें भी फौलादी इरादे रखने हैं। देश की सुरक्षा कोई खेल नहीं, ये हमारी जिम्मेदारी है।
पुलिस की ये पहल क्यों है खास?
मुरादाबाद जैसे जिले में पुलिस का ये आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था। ये दिखाता है कि पुलिस सिर्फ कानून व्यवस्था नहीं संभालती, बल्कि राष्ट्रप्रेम भी जगाती है। शुक्रवार को कार्यालय में मौजूद हर शख्स ने महसूस किया कि राष्ट्रीय एकता कोई किताबी शब्द नहीं, बल्कि रोज की जिंदगी का हिस्सा है। एसपी ने शपथ दिलाकर ये संदेश दिया कि चाहे कितनी भी चुनौतियां आएं, देश की एकता पर आंच नहीं आएगी।