मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद : शहर में राष्ट्रीय एकता दिवस का जश्न कुछ अलग ही अंदाज में मनाया गया। पुलिस विभाग ने ‘रन फॉर यूनिटी’ दौड़ का भव्य आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल हुए। ये दौड़ सिर्फ एक रेस नहीं थी, बल्कि देश की एकता का प्रतीक बन गई। सुबह-सुबह शहर की सड़कें नीली वर्दी में रंग गईं, और हर कोई उत्साह से लबरेज था।
कार्यक्रम की शानदार शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बेहद खास तरीके से हुई। सबसे पहले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि दी गई। हरि झंडी दिखाकर दौड़ को हरी झंडी मिली, और फिर क्या था – पुलिसकर्मी दौड़ने लगे। ये दृश्य देखते ही बनता था। शहर की प्रमुख सड़कों पर दौड़ते हुए सभी ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का नारा बुलंद किया। ये संदेश सिर्फ मुंह से नहीं, बल्कि दिल से निकल रहा था। दौड़ में शामिल हर शख्स का चेहरा बता रहा था कि वो देश की एकता के लिए कितना समर्पित है।
पुलिसकर्मियों का जोश देखते बनता था
इस आयोजन में बड़ी संख्या में पुलिस के सिपाही और अधिकारी उत्साहपूर्वक भाग ले रहे थे। कोई थकान नहीं, कोई शिकायत नहीं – बस दौड़ और नारे। शहरवासी भी सड़क किनारे खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, सभी इस उत्सव का हिस्सा बनना चाहते थे। पुलिस विभाग की ये पहल न सिर्फ फिटनेस को बढ़ावा दे रही थी, बल्कि राष्ट्रीय एकता की भावना को भी मजबूत कर रही थी। दौड़ के दौरान जगह-जगह पर बैनर लगे थे, जिन पर सरदार पटेल की तस्वीरें और उनके योगदान की झलकियां दिख रही थीं।
सरदार पटेल को याद कर बढ़ाया हौसला
दौड़ के बीच में एक खास पल आया, जब केपी मुनिराज जी और एसएसपी सतपाल अंतील ने सभी को संबोधित किया। उन्होंने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर रोशनी डाली। बताया कि कैसे पटेल जी ने 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर भारत को मजबूत बनाया। उनकी बातों से उपस्थित पुलिसकर्मियों का उत्साह और बढ़ गया। एसएसपी ने कहा कि पुलिस का काम सिर्फ कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि देश की एकता को बनाए रखना भी है। ये शब्द सुनकर सभी ने जोरदार तालियां बजाईं।
शहर की सड़कों पर गूंजा एकता का संदेश
दौड़ शहर की मुख्य सड़कों से गुजरी। प्रतिभागी दौड़ते हुए ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के नारे लगा रहे थे। ये दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। पुलिस की ये दौड़ न सिर्फ शारीरिक व्यायाम थी, बल्कि एक संदेश थी – कि पुलिस जनता के साथ है, देश के साथ है। दौड़ खत्म होने के बाद सभी ने सरदार पटेल की प्रतिमा के सामने खड़े होकर उन्हें नमन किया। आयोजन में शामिल हर शख्स का कहना था कि ये दिन यादगार बन गया।
पुलिस विभाग की ये पहल क्यों खास?
पुलिस विभाग की ओर से किया गया ये आयोजन इसलिए भी खास था क्योंकि ये राष्ट्रीय एकता दिवस को सही मायने में जीवंत कर रहा था। आमतौर पर ऐसे कार्यक्रम सरकारी दफ्तरों तक सीमित रहते हैं, लेकिन मुरादाबाद पुलिस ने इसे जन-जन तक पहुंचाया। दौड़ में शामिल होने वाले सिपाहियों ने बताया कि सरदार पटेल उनके लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी तरह वो भी देश को एकजुट रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एसएसपी सतपाल अंतील ने सभी को धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे आयोजन आगे भी होते रहेंगे।
एकता की मिसाल बनी ये दौड़
कुल मिलाकर, मुरादाबाद की ये रन फॉर यूनिटी दौड़ एकता की मिसाल बन गई। पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ दौड़ा, बल्कि देशवासियों को एक संदेश दिया – कि भारत की ताकत उसकी एकता में है। सरदार पटेल की जयंती पर ये श्रद्धांजलि सबसे सटीक थी। शहर में ये चर्चा का विषय बन गया है, और लोग सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। पुलिस की ये मुहिम निश्चित रूप से सफल रही, और उम्मीद है कि अगले साल ये और बड़ा होगा।