मयंक त्रिगुण, वरिष्ठ संवाददाता
मुरादाबाद : जिलाधिकारी अनुज सिंह के सख्त निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारियों ने कई सरकारी दफ्तरों में सुबह साढ़े दस बजे अचानक छापा मारा। ये चेकिंग इसलिए की गई ताकि पता चले कि कर्मचारी समय पर आते हैं या नहीं और अपना काम ठीक से कर रहे हैं या नहीं। इसमें कलेक्ट्रेट के अलग-अलग पटल, विकास भवन के दफ्तर, बिजली विभाग के दोनों खंड, सिंचाई ऑफिस, जल निगम और विकासखंड मुरादाबाद ऑफिस शामिल थे।
54 कर्मचारी गैरहाजिर, सैलरी पर ताला!
छापे में कुल 54 कर्मचारी गायब निकले। ब्रेकअप कुछ ये रहा – कलेक्ट्रेट के पटलों से 6, मनोरंजन कर ऑफिस से 2, खाद्य सुरक्षा से 1, जिला पूर्ति अधिकारी ऑफिस से 9, बिजली वितरण खंड प्रथम से 3, खंड द्वितीय से 1, सिंचाई ऑफिस से 5, जल निगम से 2, विकासखंड मुरादाबाद से 1 और विकास भवन के 12 विभागों से 24 कर्मचारी। DM ने फौरन इन सबकी सैलरी अगले आदेश तक रोक दी और स्पष्टीकरण मांगने का नोटिस जारी करने को कहा।
DM का सख्त मैसेज – अब नहीं चलेगी मनमानी!
DM अनुज सिंह ने कहा कि सरकार का साफ ऑर्डर है – हर अधिकारी और कर्मचारी को तय समय पर दफ्तर में रहना होगा, लोगों की शिकायतें सुलझानी होंगी और सरकारी योजनाएं ठीक से चलानी होंगी। अगर कोई नियमित नहीं आता तो काम प्रभावित होता है और आम आदमी परेशान। ये शासकीय हित में बर्दाश्त नहीं होगा। जो निर्देश नहीं मानेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।