3 September 2025 Haryana weather update : हरियाणा में 3 सितंबर 2025- कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, जानें बाढ़ का पूरा हाल

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Jagruk youth news-3 September 2025 Haryana weather update : हरियाणा में सितंबर का महीना बारिश की मार के साथ शुरू हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 3 सितंबर 2025 के लिए कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर जैसे जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं। इससे पहले, 2 सितंबर को पंचकूला, यमुनानगर और अंबाला में रेड अलर्ट था, लेकिन अब मौसम में थोड़ी राहत की उम्मीद है। फिर भी, भारी बारिश के कारण बाढ़, जलभराव और यातायात जाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

सितंबर 2025 में हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मानसून अपनी पूरी ताकत दिखा रहा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश ने मैदानी क्षेत्रों में भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके कारण हरियाणा के कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। 2 सितंबर को हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसने स्थिति को और गंभीर कर दिया। आईएमडी ने 3 सितंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि लोगों को तैयार रहने की जरूरत है। यह खबर हरियाणा के निवासियों के लिए बेहद जरूरी है, ताकि वे मौसम की मार से बच सकें।

3 सितंबर 2025 का मौसम अपडेट

आईएमडी के अनुसार, 3 सितंबर को हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। हालांकि, 2 सितंबर को जारी रेड अलर्ट की तुलना में स्थिति थोड़ी कम गंभीर है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में ऑरेंज अलर्ट है। इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और यातायात में रुकावट की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया कि यह बारिश बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी हवाओं और स्थानीय मौसमी बदलावों का नतीजा है। 3 सितंबर के बाद मौसम में सुधार की उम्मीद है, लेकिन अभी सावधानी बरतना जरूरी है।

प्रभावित जिले और ऑरेंज अलर्ट

हरियाणा के कई जिले इस बारिश से प्रभावित हो रहे हैं। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे बड़े शहरों में जलभराव की समस्या पहले से ही देखी जा रही है। सोनीपत, पानीपत और करनाल जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में भी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में भारी बारिश के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि लोगों को तैयार रहना होगा, क्योंकि मौसम अचानक खराब हो सकता है। आईएमडी ने इन जिलों में रहने वालों को सलाह दी है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और निचले इलाकों से दूरी बनाए रखें।

यमुना नदी का खतरा और बाढ़ की आशंका

3 September 2025 weather update
3 September 2025 weather update

यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर हरियाणा के लिए सबसे बड़ी चिंता बना हुआ है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली और हरियाणा के निचले इलाकों में पहुंच रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। फरीदाबाद में यमुना के किनारे बसे गांवों में पानी घुसने की खबरें हैं, और करीब 50 एकड़ फसल को नुकसान हुआ है। प्रशासन ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिसका असर हरियाणा के पड़ोसी जिलों पर पड़ रहा है।

बारिश का असर: जलभराव और यातायात

भारी बारिश ने हरियाणा के कई शहरों में जनजीवन को ठप कर दिया है। गुरुग्राम में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिसके कारण यातायात जाम की स्थिति बनी हुई है। पानीपत, यमुनानगर और हिसार में भी बारिश का दौर सुबह से जारी है। अंबाला में कई रिहायशी इलाकों में जलभराव की वजह से लोग घरों में कैद हो गए हैं। सड़कों पर पानी और कम दृश्यता के कारण हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। प्रशासन ने स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं का आदेश दिया है, और गुरुग्राम में कई कंपनियों ने वर्क-फ्रॉम-होम की सलाह दी है।

प्रशासन की तैयारियां और सावधानियां

हरियाणा सरकार और स्थानीय प्रशासन इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी जिला उपायुक्तों को नदियों के किनारे वाले इलाकों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। सभी जिला मजिस्ट्रेट को आपात स्थिति जैसे बाढ़ के लिए तैयार रहने को कहा गया है। पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें नदी के किनारे गश्त कर रही हैं और कमजोर जगहों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। आईएमडी ने लोगों को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सलाह मानने की अपील की है, ताकि भूस्खलन, बाढ़ और यातायात रुकावट जैसे जोखिमों से बचा जा सके।

लोगों के लिए जरूरी सुझाव

भारी बारिश के बीच हरियाणा के लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। कुछ जरूरी सुझाव इस प्रकार हैं। सबसे पहले, बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें, खासकर निचले इलाकों में। अगर आपको यात्रा करनी है, तो मौसम अपडेट्स और यातायात की स्थिति जरूर जांच लें। घर में बिजली और पानी की आपूर्ति की व्यवस्था पहले से करें, क्योंकि जलभराव से सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। किसानों को सलाह है कि वे खेतों में पानी जमा न होने दें और फसलों को सुरक्षित रखें। इसके अलावा, कमजोर इमारतों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। मौसम विभाग की वेबसाइट और स्थानीय समाचार चैनलों पर नजर रखें।