मयंक त्रिगुण, ब्यूरो चीफ
मुरादाबाद। सड़क पर बार-बार यातायात नियम तोड़ने वालों की अब खैर नहीं! परिवहन विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए बीते तीन महीनों में ऐसे 200 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं, जिन्होंने एक ही महीने में तीन से ज्यादा बार ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाईं। ये कार्रवाई सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने के मकसद से की गई है, ताकि लापरवाह ड्राइवरों को सबक मिले।
कौन हैं ये नियम तोड़ने वाले और क्या हुई कार्रवाई?
परिवहन विभाग ने उन चालकों को निशाने पर लिया है जो आदतन नियमों की अनदेखी करते हैं। ये वो ड्राइवर हैं जिनके खिलाफ एक महीने में तीन या उससे ज्यादा चालान कटे। विभाग के नियमों के मुताबिक, ऐसे मामलों में ड्राइविंग लाइसेंस सीधे सस्पेंड कर दिया जाता है। अब ये 200 लोग बिना लाइसेंस के गाड़ी नहीं चला सकेंगे, वरना और सख्त सजा का सामना करना पड़ेगा।
इन गलतियों की वजह से गए लाइसेंस
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने साफ बताया कि लाइसेंस निलंबन की मुख्य वजहें ये हैं – हेलमेट नहीं पहनना, लाल बत्ती तोड़ना, गलत साइड से गाड़ी चलाना, ओवर स्पीडिंग, वाहन में क्षमता से ज्यादा सामान लादना (ओवरलोडिंग), माल ढोने वाले वाहनों में यात्रियों को बैठाना, ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना और सबसे गंभीर – शराब पीकर गाड़ी चलाना। इनमें से कोई भी तीन बार दोहराने पर लाइसेंस पर तलवार लटक जाती है।
अधिकारी कहते हैं कि ये उल्लंघन न सिर्फ चालक की जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि दूसरों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं। इसलिए अब कोई ढिलाई नहीं बर्दाश्त की जाएगी।
दिसंबर में सबसे ज्यादा एक्शन, क्यों?
विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो दिसंबर महीने में सबसे ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किए गए। वजह साफ है – त्योहारों और सर्दी के मौसम में ट्रैफिक ज्यादा होता है और लोग जल्दबाजी में ज्यादा गलतियां करते हैं। परिवहन विभाग के निर्देश सख्त हैं कि अगर किसी चालक के खिलाफ लगातार तीन या ज्यादा चालान एक महीने में दर्ज होते हैं, तो उसका लाइसेंस तुरंत निलंबित करना जरूरी है। ये प्रावधान सड़क हादसों को रोकने के लिए बनाया गया है।
कमर्शियल वाहनों पर भी शिकंजा
परिवहन विभाग की कार्रवाई सिर्फ निजी वाहनों तक सीमित नहीं है। जिले में पिछले नौ महीनों में बिना परमिट के चल रहे 150 से ज्यादा कमर्शियल वाहनों के चालान काटे गए हैं। साथ ही, परमिट की शर्तों को तोड़ने वाले करीब 200 अन्य कमर्शियल वाहनों पर भी एक्शन लिया गया। ट्रक, बस या टैक्सी चलाने वाले ड्राइवरों को अब और सतर्क रहना होगा, क्योंकि ओवरलोडिंग या अवैध सवारी ढोना महंगा पड़ रहा है।
नियम मानो, सुरक्षित रहो: आरटीओ की अपील
आरटीओ राजेश सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि सड़क सुरक्षा सबसे ऊपर है। इसलिए बार-बार नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती जारी रहेगी। साथ ही, विभाग की टीम वाहन चालकों को जागरूक भी कर रही है। कैंप लगाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जा रही है। राजेश सिंह ने चेतावनी दी – “तीन बार से ज्यादा उल्लंघन करने पर लाइसेंस सस्पेंड हो जाता है। नियम मानें, तो कोई परेशानी नहीं।”
हर महीने सैकड़ों चालान, कई तो चार-पांच बार पकड़े जाते हैं
एआरटीओ हरिओम ने बताया कि विभाग हर महीने ओवरलोडिंग और अन्य गलतियों में 150 से ज्यादा वाहनों के चालान काटता है। हैरानी की बात ये है कि कई वाहन ऐसे हैं जिनका एक ही महीने में चार से पांच बार चालान हो जाता है। ऐसे आदतन अपराधियों पर अब सीधी कार्रवाई हो रही है। हरिओम कहते हैं कि ये कदम इसलिए जरूरी हैं ताकि सड़कें सुरक्षित हों और हादसे कम हों।
मुरादाबाद की सड़कों पर अब लापरवाही करने वालों की शामत आ गई है। परिवहन विभाग की ये मुहिम जारी है, और उम्मीद है कि इससे ड्राइवर नियमों का पालन करने लगेंगे। आखिर, अपनी और दूसरों की जान बचाना सबसे जरूरी है न!